नई दिल्ली। कोरोना के बाद बाजार खुले, लेकिन कर्मचारियों की कमी से अमेरिका और यूरोप के देश जूझ रहे हैं। यहां गर्दन और कमर के दर्द से परेशान हजारों लोगों ने नौकरियां छोड़ दी हैं। इनमें से ज्यादातर को वर्क फ्रॉम होम के दौरान महीनों गलत तरीके से बैठने की वजह से गर्दन और कमर दर्द की परेशानी हो गई।
ब्रिटेन के ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट कहती है कि जहां 3 साल पहले 2019 में बीमारी की वजह से काम न कर सकने वाले लोगों की संख्या 20 लाख थी, वहीं अब यह 25 लाख हो गई है। इनमें से 62 हजार को गर्दन और पीठ दर्द से परेशान होकर नौकरी छोड़नी पड़ी है। ब्रिटेन में मानसिक बीमारियों के बाद नौकरियां छोड़ने की यह दूसरी बड़ी वजह है।
लैपटॉप पर काम करने से गर्दन दर्द बढ़ा
लंदन में बैक्स एंड बियॉन्ड क्लीनिक के निदेशक और अस्थिरोग विशेषज्ञ गेविन बर्ट कहते हैं- 25 से 45 साल के बीच के लोगों में पीठ और गर्दन दर्द की समस्या तेजी से बढ़ी है। घंटों लैपटॉप पर झुककर काम करने की वजह से कई इतने ज्यादा पीड़ित हो गए हैं कि बैठकर काम करने की स्थिति में ही नहीं हैं।
वे कहते हैं, दफ्तर में काम करने के लिए खास तरह का डिजाइन होता है, जो हमारे शरीर को सपोर्ट करता है, लेकिन घरों में बिस्तर पर या सोफे पर घंटों काम करने से शरीर में दर्द शुरू हो जाता है। जल्द संभला न जाए तो ये हमेशा के लिए स्थायी दर्द में बदल जाता है।
कोरोना ने वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ाया
उन्होंने बताया कोरोना महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा, लेकिन घर पर काम करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। लोगों ने शरीर के हिसाब से सही स्थिति में बैठने पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लंबे समय तक शरीर पर दबाव पड़ा तो पीठ और गर्दन दर्द की बीमारी शुरू हो गई। इसके सबसे ज्यादा शिकार कामकाजी युवा हुए हैं, जो वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। घरों में गलत तरीके से बैठकर काम करते रहे।
घर में तैयार करें दफ्तर वाला सेटअप, कसरत करें
गेविन बर्ट सलाह देते हैं, पीठ और गर्दन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले मरीजों को हाइब्रिड मोड में काम करना शुरू करना चाहिए। जैसे हफ्ते में कुछ दिन दफ्तर से काम करें और कुछ दिन घर से। घर में भी दफ्तर जैसा सेटअप तैयार करें, जिससे बॉडी पॉश्चर खराब न हो। लगातार बैठे न रहें। हर घंटे कुर्सी से उठें और चहलकदमी करें। बैठे-बैठे ही गर्दन को घुमाने वाली कसरत करें। काम के दौरान चाय-कॉफी नहीं, पानी पीएं।