बलरामपुर: 1 मई को श्रमिक दिवस के मौके पर आम नागरिक हो या फिर जिले के कलेक्टर-एसपी, सभी बोरे-बासी खाते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे है. छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में घर-घर में सुबह की शुरुआत प्रतिदिन बोरे बासी खाने से होती है, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बोरे बासी का सेवन करते है.
पोषक तत्वों से भरपूर है बोरे-बासी
इस ठेठ देहाती पारंपरिक व्यंजन को प्रदेश और राष्ट्रीय स्टार तक पहचान दिलाई जा रही है. गांव देहात से निकलकर इसे शहरों के रेस्टोरेंट, होटलों में भी उपलब्ध कराया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम में लोग इसका सेवन ज्यादा करते है. बोरे-बासी पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह सेहत और स्वास्थ दोनों के लिए फायदेमंद है.
गर्मी में लू से बचाता है बोरे बासी
बोरे बासी में पानी की मात्रा अधिक होती है गर्मी के दिनों में इसके सेवन से शरीर ठंडा रहता है साथ ही इसे खाने से लू लगने का खतरा बहुत कम होता है. यह उक्त रक्षा रक्तचाप नियंत्रित करता है.
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