रांची, (विष्णु पाण्डेय) : शुक्रवार को राज्य स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने रिम्स का निरीक्षण करते हुए सेंट्रल इमरजेंसी पहुचे. जहां मरीज ने गंदी चादर ओढ़ रखा था, यह देख बन्ना गुप्ता नाराज हो गए. उन्होंने तत्काल रिम्स अधीक्षक डॉक्टर हीरेन्द्र बिरुआ से पूछा कि इसके लिए जवाबदेह कौन है? इसके बाद उन्होंने मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अनिश कुमार और सिस्टर इंचार्ज डॉक्टर विद्या को सस्पेंड कर दिया.
बाद में स्वास्थ मंत्री ने निलंबन लिया वापस
घटना के दुसरे दिन यानी शनिवार को निलंबन ने नाराज डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री को कहा कि अगर एमओ का निलंबन वापस नहीं लिया जाता है तो वे सोमवार से कार्य बहिष्कार कर देंगे. डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ उनके कार्यालय में बैठक की. इस बैठक में डॉक्टरों से वार्ता के बाद उन्होंने निलंबन को वापस ले लिया.
मंत्री के साथ बैठक से पहले रिम्स अधीक्षक कार्यालय का घेराव
मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ वार्ता से पहले डॉक्टरों ने रिम्स अधीक्षक डॉक्टर हिरेन्द्र बिरुआ के कार्यालय का घेराव किया. इस पर डॉ मनोज कुमार ने कहा कि मरीजों को सुविधा नहीं मिलना एडमिनिस्ट्रेटिव की गलती है. हम डॉक्टर हैं. हमारा काम इलाज करना है न कि मरीज के बेड का चादर बदलना. इसके बाद रांची आइएमए, झासा और रांची रिम्स के डॉ मनोज कुमार, डॉ प्रभात, डॉ पंकज बोदरा, डॉ सुषमा, डॉ निशित एक्का सहित अन्य ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक की. इस बैठक में राज्य में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था बहाल करने समेत मेडिकल प्रोटेक्शन बिल, रिम्स समेत विभिन्न अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर बनाने पर सहमति बनी.
अब समझते है क्या है पूरा मामला
शुक्रवार को रिम्स शासी परिषद् की 55वीं बैठक होनी थी. बैठक शुरू होते ही रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि अगर स्वास्थ्य मंत्री मेरे काम से संतुष्ट नहीं हैं तो हटा दीजिए. इस पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस्तीफा देना चाहते हैं तो खुद दीजिए. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बैठक स्थगित करते हुए ट्रामा सेंटर स्थित सेंट्रल इमरजेंसी के निरीक्षण को निकल गए. निरीक्षण के दौरान मरीज के बेड में गंदी चादर देख स्वास्थ्य मंत्री भड़क गए और सीएम को सस्पेंड करने का आदेश सुना दिया.
पहले भी डॉक्टरों को सस्पेंड करने का आदेश सुना चुके है स्वास्थ मंत्री
सस्पेंड कर देने का काम स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पहली बार नहीं कर रहे हैं. इससे पहले वे रिम्स के कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग के कार्डियक सर्जन डॉ राकेश चौधरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर चुके हैं. उन पर विभागीय कार्यवाही चलाने का आदेश भी दिया है. डॉ राकेश चौधरी के अतिरिक्त सीटीवीएस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनीत महाजन और डॉ अंशुल कुमार को भी चेतावनी दे चुके हैं.
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