भोपाल। मध्यप्रदेश में इस वर्ष सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। रविवार प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं का दौर तो कहीं शांति से शुरू हुई हल्की बारिश दूसरे दिन सोमवार को भी जारी है। राज्य की राजधानी भोपाल में रात दो बजे से शुरू हुई हल्की बारिश ने यहां ठंड का अहसास बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक मौसम खराब रहने की चेतावनी जारी की है। साथ ही कई इलाकों में गरज चमक और तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने समेत ओलेवृष्टि की भी आशंका जताई है।
इस संबंध में वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने सोमवार को बताया कि उज्जैन, खरगौन, बड़वानी, इंदौर, राजगढ़, देवास, आगर, शाजापुर, हरदा, बुरहानपुर, भोपाल, रायसेनय, विदिशा, शिवपुरी, अशोक नगर, श्योपुर कलां, सागर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, नरसिंहपुर और टीकमगढ़ में हल्की वर्षा होगी और वज्रपात की संभावना है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही खण्डवा, सीहोर, बैतूल और नर्मदापुरम में झमाझम मध्यम वर्षा होने के साथ ही वज्रपात एवं अल्पकालिक ओलावृष्टि की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह का साथ ही कहना रहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में अलीराजपुर, धार, गुना, झाबुआ, दतिया, मुरैना, दमोह, सिवनी, मंडला, जबलपुर, पटना, कटनी, निवाड़ी और छतरपुर में हल्की वर्षा होगी । मौसम विभाग की माने तो अरब सागर के ऊपर एक नए सिस्टम बनने के चलते मध्य प्रदेश में मौसम बदल गया है। अलग-अलग जगहों पर पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के कारण तीन सिस्टम सक्रिय हो गए हैं। दक्षिणी अंडमान सागर पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। चक्रवाती हवाओं के रूप में गुजरात तक एक ट्रफ रेखा भी गुजर रही है। ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर भी मौजूद है। एक ट्रफ दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से उत्तर-पूर्व अरब सागर तक देखी जा रही है।
इसी कारण से प्रदेश में रविवार सुबह से ही आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया और सीजन का पहला मावठा गिरना शुरू हो गया। बारिश के बाद से यहां कई जिलों का मौसम सुहाना हो गया है। साथ ही प्रदेश भर में किसानों के लिए यह बारिश अनाज व फसलों को फायदा पहुंचाने वाली बताई जा रही है। हालांकि कुछ जगह इससे नुकसान होने की बात भी सामने आई है, जिसको देखते हुए मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को फसल नुकसान से बचाने लिए एडवाइजरी जारी की है।
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