बरही/ राकेश रौशन। इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला अलैहे वसल्लम के यौमे विलादत के मौके पर मनाए जाने वाले रबी उल अव्वल 28 सितंबर गुरुवार को हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाएगा। जिसको लेकर प्रखंड के सभी मुस्लिम कमेटियों ने तैयारी पूरी कर ली है। इस त्योहार को लेकर लोगों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस प्रखण्ड अध्यक्ष अब्दुल मनान वारसी ने कहा कि इस्लाम शांति का संदेश देता है नफरतों का नहीं, इसलिए हमें सबसे प्रेम भरा व्यवहार करना चाहिए। मोहब्बत से जीना ही जिंदगी है दूसरों के बुरे समय में मददगार बनने वाला अल्लाह का नेक बंदा होता है। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब ने मानवता का प्रेम भाईचारा त्याग समर्पण सद्भावना और शांति का संदेश दिया। उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से प्रेम और बंधुत्वपूर्वक ईद मिलादुन्नबी बनाने का अनुरोध किया।
अल्पसंख्यक कल्याण महासमिति अध्यक्ष सह पूर्व जीप प्रतिनिधि मो क्यूम ने कहा कि जब तक मां-बाप औलाद और सारी दुनिया से मोहब्बत ना हो, आप मुसलमान नहीं हो सकते, मुसलमान होने के लिए हमारी नजरों में लोगों के लिए प्यार होना जरूरी है। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हर यतीमो को उनका हक दिलाया, वह दुनिया में अमन और शांति का पैगाम लेकर आए।
20 सूत्री कार्यान्वयन समिति अध्यक्ष इकबाल रजा ने कहा कि पैगंबर इस्लाम पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए और पूरी उम्मत को अंधकार से रोशनी की तरफ लाए। उन्होंने इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम दिया महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान दिया।
विधायक प्रतिनिधि मो तौकीर रजा ने कहा कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी मिलजुल कर प्यार और मोहब्बत के साथ मनाना है। उन्होंने कहा कि जिन्दगी का मकसद इबादत करना है। सच्चा मुसलमान सच्चाई के मार्ग पर चले। उन्होंने अपने जीवन में नबी साहब की बातों को उतारने की नशीहत दी।
विधायक प्रतिनिधि सह पंचायत समिति सदस्य रसोइया धमना मो तैयब ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद ने अपने शिक्षाओं में परस्पर प्रेम गरीबों की मदद को प्रमुखता दी है। उनकी सीख को जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने सभी लोगों को त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाने की अपील की।
कोनरा पंसस प्रतिनिधि मो सागिर ने कहा कि मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने पूरी दुनिया को न सिर्फ शांति का संदेश दिया बल्कि अपने किरदार से दुनिया को अंधकार मुक्त बनाने का तरीका भी बताया। उनका दुनिया में आने का मकसद लोगों में भाईचारा का मोहब्बत का पैगाम देना था। उनका पैगाम था कि मोहब्बत से जीना ही जिंदगी है।
विधायक प्रतिनिधि मो वारिस अंसारी ने कहा कि मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने दुनिया को शांति का संदेश दिया था उसे जीवन में अपनाकर प्रेम और भाईचारे का समाज बनाएं उन्होंने मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर सबों शुभकामनाएं दी।
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