कोडरमा, अरुण सूद। उपायुक्त आदित्य रंजन द्वारा जिले के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बेकोबार और सेक्रेड हार्ट स्कूल, झुमरीतिलैया से खसरा एवं रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। इस दौरान सर्वप्रथम उपायुक्त महोदय एवं सिविल सर्जन द्वारा संयुक्त रूप से एमआर अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर जागरूकता रथ को उत्तक्रमित उच्च विद्यालय बेकोबार से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह जागरूकता रथ ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जाकर जिलेवासियों को इस अभियान के बारे में जागरूक करने का कार्य करेंगी।
स्कूली बच्चों का किया गया टीकाकरण
उपायुक्त ने मौके पर ही स्कूली बच्चों का टीकाकरण कराया।साथ ही मौके पर उपायुक्त श्री रंजन ने कहा कि मिजिल्स रूबेला एक जानलेवा बीमारी है। इसीलिए इसके रोकथाम हेतु जिला प्रशासन पूर्ण रूप से सतर्क एवं तैयार है। भारत सरकार ने इस वर्ष मिजिल्स रूबेला के उन्मूलन के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें 09 महीने से लेकर 15 साल तक के जिले के लगभग 03 लाख बच्चों का एमआर टीकाकरण निर्धारित है। यह टीका सभी स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों में दिया जाएगा।
टीका पूरी तरह सुरक्षित
बैठक में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के डॉक्टर दीपक कुमार ने कहा कि अभियान के अंतर्गत 09 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को यह टीका लगाया जाएगा। अगर बच्चे ने पहले भी टीका लिया है तो भी उसे टीका दिया जाएगा। खसरा रोग के सफाई तथा रूबेला को नियंत्रित करने के लिए बच्चों को यह टीका दिया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।
क्या है रूबैला संक्रमण
रूबैला एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं, यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
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