रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को शून्यकाल के जरिये विधायकों ने अपनी मांगें रखी। कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने केंद्र और दूसरे राज्यों की तरह यहां भी कामकाजी महिलाओं (विशेषकर सरकारी विभागों में) के लिए दो वर्ष का मातृत्व अवकाश दिए जाने की मांग सरकार से की। मंगल कालिंदी ने हो भाषा की पढ़ाई स्कूल से महाविद्यालयों तक सुनिश्चित करने की मांग रखी।
इसके बाद दीपिका पांडेय सिंह ने महगामा में बार एसोसिएशन का भवन उठाए जाने की मांग सरकार से की।भूषण बाड़ा ने सिमडेगा जिले में खडिया भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की मांग रखी। इरफान अंसारी ने जामताड़ा के जयपालपुर में सात वर्षों से बंद पडे लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम को चालू करने की मांग की ताकि 12 हजार किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सके। इरफान की मांग के बीच नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सदन में सरकार से पारा शिक्षकों, संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों और अन्य के विषय जब लाए जा रहे तो सरकार जवाब ही नहीं दे रही। यहां के लोगों को रोजगार नहीं देने का पाप सरकार कर रही। इसके बाद बाउरी ने भाजपा विधायकों संग सदन का बहिष्कार कर दिया।
भाजपा विधायकों के सदन से बाहर निकलने के बाद शून्य काल में समीर मोहंती, संजीव सरदार, शिल्पी नेहा तिर्की, सुनीता चौधरी सहित अन्य ने भी अपनी मांग रखी। समीर मोहंती ने बहरागोडा में 108 एंबुलेंस सेवा को तत्काल शुरू किए जाने की मांग की। उमाशंकर अकेला ने हजारीबाग में पांच किमी इको सेंसेटिव एरिया को एक किमी तक में ही सीमित किए जाने की मांग की। संजीव सरदार ने उनके विधानसभा क्षेत्र में हाईस्कूल का अभाव और इसके लिए राजेन्द्र मध्य विद्यालय को उत्क्रमित करते हाई स्कूल में बदलने की मांग की। शिल्पी नेहा तिर्की ने हाई स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पड़े 10 हजार पद और झारखंड पुलिस के 15 हजार रिक्त पदों पर बहाली किए जाने की मांग उठायी।
पूर्णिमा नीरज सिंह ने झारखंड में राज्य महिला आयोग को मजबूत करने और महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा के लिए अध्यक्ष पद पर नियुक्ति का मसला रखा। राजेश कच्छप ने सरला बिरला स्कूल, राजाचलातू वाली सड़क के मरम्मति की मांग की। विनोद सिंह ने सउदी अरब में फंसे झारखंड के मजदूरों को वापस लाने और बकाया मानदेय दिलाए जाने की मांग रखी। बिक्सल कोंगाडी ने उनके विधानसभा क्षेत्र में बन रही सड़कों से एसटी समाज के लोगों और वन क्षेत्र को उजाड़ने से बचाए जाने और सिमडेगा में फ्लाईओवर बनाए जाने की मांग की।
सरयू राय ने कुड़माली को कुरमाली भाषा के तौर पर नोटिफाई करने और राज्यादेश जारी करने की अपील की। लंबोदर महतो ने बीआरपी, जेएसएसपीएस, आंगनबाड़ी कर्मी, सहायक अध्यापक सहित अनुबंध पर कार्य कर रहे कर्मियों को स्थायी किए जाने की मांग की। रामचंद्र सिंह ने लातेहार में वनरोपण में लापरवाही, मुआवजा भुगतान का मसला रखा। मथुरा प्रसाद महतो ने स्कूल, महाविद्यालय में जनजातीय भाषा, क्षेत्रीय भाषाओं में अध्यापन कार्य के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। सुनीता चौधरी ने जलसहिया, आंगनबाड़ी कर्मी, पारा शिक्षकों को उचित सुविधाओं के साथ इएसआइ, पीएफ वगैरह का प्रावधान किए जाने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष ने धरने पर बैठे पूर्व सैनिक और पंचायत स्वयंसेवकों का मामला उठाया
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने सदन में राजभवन के सामने धरने पर बैठे पूर्व सैनिक पोदना बलमुचू और पंचायत स्वयंसेवकों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि यह लोग भीषण ठंड में अपनी मांगों को लेकर राजभवन के सामने धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। इस पर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पूर्व सैनिक के मामले में पूरी जानकारी नहीं है। इसे पता कर मामले का निराकरण करने की कोशिश की जायेगी। पंचायत स्वयंसेवकों के मामले में कहा कि पिछली सरकार ने एक प्रखंड में चार-चार लोगों की बहाली कर ली थी। इसका कोई रिकॉर्ड प्रखंडों में नहीं है। सरकार इन्हें रेगुलराइज करने को लेकर चिंतन कर रही है।
खरसावां डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति का मामला उठा
विधायक दशरथ गागराई ने विधानसभा में कोल्हान यूनिवर्सिटी के खरसावां डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति नहीं होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि नियुक्ति नहीं होने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रहा है। विधायक ने कहा कि वह सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं है। सरकार बताये कब तक वहां शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसपर प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सरकार की ओर से जवाब देते हुए कहा कि विभाग ने प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए जेपीएससी को अधियाचना भेज दी है। जल्द ही नियुक्ति होगी।
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