पटना। बिहार की सबसे हॉट सीटों में से एक पटना जिले की मोकामा विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बाहुबली उम्मीदवार अनंत सिंह ने एक बार फिर जीत का परचम लहरा दिया है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीना देवी को 28,206 मतों के अंतर से हराया।
अनंत सिंह ने मोकामा में एक बार फिर जीत हासिल की है। मोकामा से वर्ष 2005 के बाद से यह लगातार उनकी छठी जीत है, जबकि वर्ष 2022 के उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी विजेता रही थीं। अनंत सिंह मतगणना में 26वें राउंड की गिनती के बाद 91,416 वोट और वीणा देवी को 63,210 वोट प्राप्त हुए। तीसरे नम्बर पर जनसुराज के प्रियदर्शी पीयूष रहे, जिन्होंने 19 हजार 365 वोट लाने में सफलता पाई। इस तरह अनंत सिंह ने बड़ी जीत हासिल की। मोकामा में 4609 वोट नोटा को पड़े।

छठवीं बार जीत हासिल की, तीसरी बार जेल से
अनंत सिंह ने लगातार तीसरी बार जेल में रहकर चुनाव जीते हैं। उन्होंने वर्ष 2015 और 2020 का चुनाव जेल में रहने के दौरान ही जीता था। वहीं वर्ष 2022 के उपचुनाव में जब उनकी पत्नी नीलम देवी चुनाव जीतीं, तब भी अनंत सिंह जेल में थे। अब वर्ष 2025 के चुनाव में भी अनंत सिंह जेल में रहने के दौरान ही ऐतिहासिक जीत हासिल किए हैं। मोकामा की जनता के बीच छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह को इस बार दुलारचंद यादव की हत्या के बाद गिरफ्तार किया गया था और फिर आदालत के आदेश पर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
जदयू से अनंत सिंह ने वर्ष 2005 के फरवरी में हुए चुनाव में 35 हजार 783 वोट हासिल किए थे, उनके मुकाबले नलिनी रंजन शर्मा उर्फ़ ललन सिंह को 33 हजार 914 वोट आए थे। तब अनंत सिंह मात्र 1769 वोटों से जीते थे, लेकिन नवम्बर 2005 के चुनाव में अनंत सिंह के जीत का अंतर बढ़कर 2,835 वोट का हो गया, तब अनंत सिंह को 35 हजार 877 वोट, जबकि नलिनी रंजन शर्मा उर्फ़ ललन सिंह को 33 हजार 42 वोट मिले थे। हालांकि, वर्ष 2010 के चुनाव में अनंत सिंह का वोट बढ़कर 51 हजार 564 हो गया और उनके मुकाबले ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी 42 हजार 610 वोट लाने में सफल रहीं। उस चुनाव में अनंत सिंह ने 9,954 वोटों से जीत हासिल की थी।
निर्दलीय भी जीते अनंत
वर्ष 2015 में अनंत सिंह का जलवा पूरे देश ने तब देखा जब हत्या के एक मामले में गिरफ्तार होने पर उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा। तब अनंत सिंह को 54 हजार 5 वोट मिले, जबकि जदयू के नीरज कुमार के पक्ष में 35 हजार 657 वोट पड़े थे। अनंत सिंह ने उस चुनाव में 18 हजार 348 वोटों से जीत हासिल की। वर्ष 2020 में अनंत सिंह राजद के टिकट पर जीते। उन्हें 78 हजार 721 वोट, जबकि जदयू के राजीव लोचन नारायण सिंह को 42 हजार 964 वोट मिले। इस तरह अनंत सिंह ने 35 हजार 757 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। वहीं 2022 के उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने राजद के टिकट पर 16 हजार 741 वोटों से जीत हासिल की थी। नीलम देवी को 79 हजार 744 वोट, जबकि भाजपा की सोनम देवी को 63 हजार 3 वोट मिले थे।
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