रांची: सरना धर्म कोड, मरांग बुरू और नई नियोजन नीति के विरोध में आदिवासी संगठनों ने 10 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया था। अब आदिवासी सेंगल अभियान के प्रमुख और पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन के बाद दस अप्रैल को होने वाले इस बंद को वापस ले लिया है।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन के कारण झारखंड बंद स्थगित
छात्रनेता गोवर्धन ठाकुर ने बताया कि यह निर्णय सूबे के शिक्षा मंत्री के आकस्मिक निधन होने के कारण लिया गया है। उन्होंने कहा कहा कि वे खतियान के सच्चे और प्रबल समर्थक थे इसलिये उनके सम्मान में इस बंद को आदिवासी सेंगल अभियान ने वापस ले लिया है। झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए आदिवासी सेंगल अभियान ने अब 10 अप्रैल की जगह 19 अप्रैल को आदिवासियों से आह्वान किया है।
छात्र नेता ने कहा कि उनकी आत्मा की शांति के लिए हेमंत सरकार को 60-40 नियोजन नीति को वापस लेते हुए अविलंब खतियान आधारित संवैधानिक नियोजन नीति लागू करने की प्रक्रिया लानी चाहिए। ताकि दिवंगत मंत्री की इच्छा अनुसार, मूल झारखंडी को उसके खतियान, पहचान और अधिकार मिल सके। वे खतियान के सच्चे समर्थक थे। सालखन मुर्मू ने अपनी मांगों को लेकर दस अप्रैल को झारखंड समेत पांच राज्यों में बंद का आह्वान किया था।
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