बलरामपुर, अनिल गुप्ता। शासन की योजनाओं को सही तरह से क्रियान्वयन हो इसके लिए अलग अलग विभाग बनाए गए है। विभागवार अधिकारी-कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है जो शासन की योजनाओं का लाभ लोगों को दिला सकें।
कार्यालय में करते है शेविंग और धोते है कपड़े
हैरानी की बात यह है कि जिले के ब्रिज विभाग ऐसा कार्यालय है है जिसे विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने मनमानी तरीके से कार्यालय कम घर ज्यादा बना लिया है। आलम यह है कि कार्यालय में घेरलू सामान के साथ शेविंग सामान व कपड़े धोने के लिए उपयोग करते है। उच्चाधिकारियों द्वारा विभाग का जायजा नहीं लेने से कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों के हौसले बुलंद है।
कार्यालय के मुख्य द्वार के पास गुड़ाखू और पानी की भी व्यवस्था है
नगर के ब्रिज विभाग का कार्यालय अधिकारी व कर्मचारियों के मनमानी रवैया के कारण कार्यालय कम और और अधिकारियों कर्मचारियों का घर ज्यादा बन गया है। अधिकारी और कर्मचारियों के हौसले इतने बुलंद है कि बकायदा घरेलू उपयोग के साथ व्यक्तिगत उपयोग का सारा सामान ऑफिस के अंदर ही मौजूद रहता है। कार्यालय के मुख्य द्वार पर गुड़ाखू और पानी की पूरी व्यवस्था तो दूसरी तरफ दूसरे टेबल पर शेविंग का सामान और साबुन रखे रहते है।
हैरानी की बात यह है कि कार्यालय के अधिकारी ऐसी हालत में रहते है मानों घर से स्नान कर कार्यालय जाना है। तोलिया और गंजी में उपस्थित अधिकारी से जब पूछा गया कि कार्यालय को अपना घर बना लिया सामने शेविंग का सामान दूसरी ओर गुड़ाखू और पानी जबकि कक्ष में इम्तिनान से सो रहे है और कपड़े सूखा दिए गए है तो अधिकारी ने कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी टेबल पर खाने पीने का सामान मौजूद है ऐसे में ब्रिज विभाग के कार्यालय को कार्यालय कहना कहां तक उचित होगा यह समझ से परे है। कार्यालय में उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि सब इंजीनियर अंबिकापुर में है और वहीं से फील्ड में जाते है। वहीं क्षेत्र में पुलिया की हालत खस्ता होने तथा खर्च के संबंध में राशि की जानकारी अंबिकापुर हेड ऑफिस से जानकारी मिलने की बात बताई। ऐसे में सहज की अंदाजा लगाया जा सकता है ब्रिज विभाग कार्यालय कैसे संचालित है। जबकि इंजीनियर कार्यालय से नदारद हो रहते है।
पुल और पुलिया की हालत खस्ता, हादसे की आशंका
रामानुजगंज के ग्राम पंचायतों में एवं सड़कों में बनाए गए पुल पुलिया की हालत काफी जर्जर है। ऐसे में हर समय दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। परंतु विभाग के अधिकारी कार्यालय में ही आराम फरमाते है। क्षेत्र के लोग शिकायत लेकर कार्यालय आते है परंतु उनकी शिकायत सुनने वाला तक कोई नहीं मिलता। ऐसे में शासन का पैसा व्यर्थ हो रहा है। जबकि पूरा कामकाज अंबिकापुर हेड ऑफिस से संचालित हो रहा है। यहां तक की विभाग के सब इंजीनियर भी अंबिकापुर में ही विराजते है।
निरीक्षण के पश्चात होगी कार्रवाई: गौतम सिंह, एसडीएम
इस संबंध में हमारे प्रतिनिधि ने एसडीएम गौतम सिंह से बात की उन्होंने कहा कि कार्यालय में कोई अगर इस तरह का कृत्य करता है तो वह दोषी है। मैं स्वयं कार्यालय का निरीक्षण करूंगा, गलत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

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