हजारीबाग। निरीक्षण दल ने ही रिपोर्ट की पोल खोल दी। इतना ही नहीं जांच दल ने डीएसई पर दबाव बनाकर जबरन झूठी रिपोर्ट तैयार करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में आडियो वायरल हो रहा है। इसमें जांच दल के कई सदस्यों को कहते सुना जा रहा है कि 11जनवरी के निरीक्षण में हजारीबाग स्थित कटकमसांडी के कन्या मध्य विद्यालय लुपुंग में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं मिली। साफ-सफाई से लेकर सबकुछ ठीक था। उन लोगों से डीएसई ने झूठा प्रतिवेदन तैयार करा कर प्रभारी प्रधानाध्यापिका अजमेरी खातून को सस्पेंड किया गया। इस संबंध में शिक्षक समन्वय समिति ने आरजेडी को पत्र लिखकर डीएसई पर पद और पावर का दुरुपयोग कर भयादोहन करते हुए शिक्षकों पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है। बहरहाल आडियो तो फोरेंसिक में जांच का विषय है कि उनमें किनकी आवाज है। हालांकि यह दावा किया जा रहा है कि वह डीएसई की ओर से स्कूलों की जांच के लिए गठित दल के ही सदस्य हैं, जो डीएसई की कार्रवाई की पोल खोल रहे हैं।
अगर यह सही है, तो ऐसे अधिकारी कहीं से भी व्यवस्था के हितकर नहीं माने जा सकते। चूंकि किसी के प्रति गलत मानसिकता बनाकर उसके खिलाफ कार्रवाई करना निहायत ही ग़लत बात है। यह मामला 11 जनवरी को जांच दल और 16 जनवरी को डीएसई की ओर से कन्या मध्य विद्यालय लुपुंग में जांच से जुड़ा है। फिर 21 जंनवरी को स्कूल की प्रधानाध्यापिका अजमेरी खातून से स्पष्टीकरण और 27 जनवरी के सस्पेंशन से जुड़ा है। इसमें कहा जा रहा है कि डीएसई संतोष गुप्ता ने 19 दिसंबर 2023 के रांची में सहायक अध्यापकों के आंदोलन के बाद से छुट्टी के आवेदन के बहाने कई शिक्षकों को बेवजह निशाना बना रहे हैं।
वेतन कटौती के खिलाफ सहायक अध्यापकों के आंदोलन के बाद जनप्रतिनिधियों और डीसी के साथ शिक्षकों की वार्ता के बाद भी कार्रवाई कर दी और फिर सहायक अध्यापकों व डीएसई के बीच ठन गई। इसे डीएसई ने इगो पर ले लिए और मनमाने तरीके से शिक्षकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। शिक्षक समन्वय समिति ने इसी बात पर आरजेडी से शिक्षकों को प्रताड़ना से बचाने की गुहार लगा रहे हैं।
कुछ शिक्षक पढ़ाई छोड़ सब काम करते हैं : डीएसई
पूरे मामले में डीएसई संतोष गुप्ता ने कहा कि कुछ शिक्षक पढ़ाई छोड़ सब काम करते हैं। उन्होंने किसी से हाथ पकड़ जांच प्रतिवेदन नहीं तैयार कराया है। निरीक्षण दल ने तो जांच प्रतिवेदन दिया ही, उन्होंने खुद कई स्कूलों का निरीक्षण किया और काफी अनियमितताएं पायीं। वह कन्या मध्य विद्यालय लुपुंग हो या इचाक और चौपारण का मामला। शिक्षक कई दस्तावेज घर में व्यक्तिगत जागीर बनाकर रखें हैं। मिड डे मील का भी बुरा हाल पाया गया है। हिसाब-किताब में वित्तीय अनियमितताएं मिलीं हैं। वह बिना कारण के नियम विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रहे। शिक्षक गलत करेंगे, तो कार्रवाई होगी ही।
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