हजारीबाग : विद्यार्थी राष्ट्र के भावी कर्णधार होते हैं. उत्तम चरित्र, कठिन परिश्रम और लक्ष्य के प्रति समर्पण विद्यार्थी जीवन का मूल मंत्र है, जिसे जीवन में अपनाकर सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंचा जा सकता है. यह बात विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने शनिवार को रसायन विज्ञान विभाग में आयोजित शिक्षक अभिभावक और विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए कहीं.
पीजी सेमेस्टर-वन के विद्यार्थियों को संदेश देते हुए डॉक्टर देव ने कहा कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया का क्रेज काफी बढ़ा है जिसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने विद्यार्थियों को इससे बचने की सलाह दी और कहा कि वे अधिक से अधिक पाठ्यक्रम की पुस्तकों का अध्ययन करें और अपने निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति करें. उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों का सबसे विश्वासी मित्र पुस्तक ही होता है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ इंद्रजीत कुमार ने कहा कि अभिभावकों के सहयोग और अनुभव से विभाग को नई दिशा मिल सकेगी, ऐसा उन्हें विश्वास है. इस तरह के आयोजनों से शैक्षिक पारदर्शिता का आभास होता है. कार्यक्रम को डॉक्टर एस एस सिंह, डॉक्टर आशीष कुमार साहा समेत कई अभिभावकों ने भी संबोधित किया. डॉ कौशलेंद्र कुमार की धन्यवाद ज्ञापन करने के पश्चात संगोष्ठी की समाप्ति हुई.