रामानुजगंज: कन्हर नदी में जैसे-जैसे पानी का स्तर कम हो रहा है, वैसे-वैसे मछली मारने के लिए जहरीला दवा डालकर कई लोगों के द्वारा मछली मारा जा रहा है. जिससे पानी तो जहरीला हो ही रहा है, वही बड़ी संख्या में मछलियां भी मर रही है. पानी में जहरीला पदार्थ डालने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है.
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष अप्रैल-मई के माह में जब कन्हर नदी का जलस्तर कम होने लगता है, वही एनीकट के ऊपर की ओर कई लोगों के द्वारा पानी में जहरीला पदार्थ डालकर मछलियों को मारा जाता है. जिससे बड़ी संख्या में मछलियां मर जाती हैं. जिसके बाद उन्हें लोग घर ले जाते हैं. जिस प्रकार से नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है एवं मछली मारने के लिए जहरीला पदार्थ डाला जा रहा है.
इससे निश्चित रूप से पानी दूषित होगी. बीते कई दिनों से प्रतिदिन सुबह-सुबह बड़ी संख्या में मछलियां पानी के ऊपर मृत अवस्था में देखी जा सकती हैं. दवा डालने से बड़ी संख्या में मछली मर रही है, वहीं कुछ मछली बह कर एनीकट के समीप आ जाती है. जिस कारण बड़ी संख्या में मछलियां मरी हुई नदी में छहलाती हुई दिख जाती है.
लोगों को किया गया है पुलिस के हवाले
इन दिनों जब कन्हर नदी का जल स्तर कम होता है तब कुछ बुद्धिजीवी जहरीली दवाइयों को नदी में डालकर मछली मारते है. कई बार तो नगर पंचायत के द्वारा भी निगरानी करवाया गया है, कई लोग पकड़ाए भी है जिन्हें अंतः पुलिस के हवाले किया जा चूका है.
दर्ज होगी एफआईआर: रमन अग्रवाल
नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि अप्रैल-मई के माह में नदी का जलस्तर कम होते ही जहरीला पदार्थ डालकर मछली मारे जाने की सूचना पर कई बार हम लोगों के द्वारा सख्ती बरती गई है. कोई भी व्यक्ति नदी में जहरीला पदार्थ डालकर मछली मारते हुए पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
ये भी पढ़िए….
Balrampur: अधिकारियों की नेक पहल, महज 2 घंटों में सुधारी गई बाबा साहब की खंडित प्रतिमा