पाकुड़। पाकुड़ के पाकुड़िया प्रखंड स्थित एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में रहने वाले एक सौ से अधिक स्टूडेंट्स बीमार हो गए। बच्चों के बीमार होने की घटना सिद्धू कानू मुर्मू रेजिडेंशियल इंग्लिश स्कूल के हॉस्टल की है। बताया जा रहा है कि बच्चों के तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रबंधन आनन-फानन में उनका इलाज पाकुड़िया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पश्चिम बंगाल के रामपुर हाट में कराया। बताया जा रहा है कि सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं। कई बच्चों को उनके अभिभावक के साथ घर भेज दिया गया है।
बच्चे कैसे हुए बीमार
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकुड़िया प्रखंड स्थित सिद्धू कानू मुर्मू रेजिडेंशियल इंग्लिश स्कूल के हॉस्टल बच्चे हर दिन की तरह खाना खा रहे थे। तभी एक बच्चे के प्लेट में मरी हुई छिपकली मिली। इसके बाद से बच्चों को उल्टी और सिर में दर्द होने लगा। आनन-फानन में सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के बाद बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ बच्चों को परेशानी थी तो कुछ बच्चे दूसरे बच्चों को उल्टी करते देख बीमार पड़ गए।
पाकुड़िया स्वास्थ्य केंद्र के बच्चे छूटे
खाने में छिपकली पाए जाने के बाद कुल 128 बच्चे बीमार हो गए। इनमें 42 बच्चों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़िया में भर्ती कराया गया। जबकि 86 बच्चों को बंगाल के रामपुरहाट के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार इलाज के बाद दोनों जगहों के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। पाकुड़िया पीएचसी में भर्ती सभी बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
क्या कहता है स्कूल प्रबंधन
विद्यालय के प्रबंधक स्टेफन टुडू के अनुसार खाने में छिपकली पाए जाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। जानकारी मिलते ही सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। बच्चों का इलाज हुआ है। देर शाम तक रामपुरहाट में इलाज करा रहे बच्चे लौट जाएंगे।
ये भी पढ़िए…
रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, कहा– सरना धर्म कोड के नाम पर न करें गुमराह