हजारीबाग। हजारीबाग से दुर्ग छत्तीसगढ़ के लिए चल रहा है मंगल विहार। इसी क्रम में रांची प्रवास में मुनिश्री का लोगों को खूब लाभ मिला। मुनि श्री की मंगल अमृतवाणी को सुनने का सभी भक्तगण को लाभ मिला। झारखंड जैन समाज के मीडिया प्रभारी विजय जैन लुहाड़िया ने कहा कि जिनके मुख पर तेज और तेज में सौम्यता, जिनकी वाणी में ओज और ओज में मधुरता, जिनके कार्य में शौर्य और शौर्य में दक्षता, जिनके हृदय में वात्सल्य और वात्सल्य में प्रवीणता, जिनके जीवन में अध्यात्म और अध्यात्म में सरलता। ऐसे गुरुवर सुयश सागर को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु।।
मुनि श्री 108 सुयश सागर जी महाराज का रांची से मंगल विहार
परम पूज्य आचार्य गुरुवर 108 श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 सुयश सागर जी महाराज का राची नगर से दोपहर 2:30 बजे मंगल विहार हुआ। मुनि श्री का विहार हजारीबाग से दुर्ग के लिए चल रहा है। इसी क्रम में मुनि श्री का रांची में नगर प्रवेश 21 दिसंबर को हुआ था। रात्रि विश्राम मुनि श्री का सेंट फ्लोरेंस स्कूल में बिरसा चौक से तीन किलोमीटर आगे हुआ। शनिवार को मुनि श्री का मंगल विहार प्रात:6.30 बजे फ्लोरेंस नाइटिंगेल स्कूल हवाई नगर से हुआ। महाराज श्री का आहार चर्या सफायर स्कूल खूंटी रोड में भक्तगण की ओर से हुआ।
झारखंड समाज के सभी पुरुषों, महिलाएं अधिक से अधिक संख्या में विहार में शामिल होकर धर्म लाभ लिए। रांची जैन समाज के मंत्री पंकज पांड्या ने बताया कि मुनि श्री का मंगल प्रवेश खूंटी में 29 दिसंबर को होगा। रात्रि विश्राम हटार में हुआ। रांची से 32 किलोमीटर आगे खूंटी के पहले स्टार है। रविवार को खूंटी में मंगल प्रवेश होगा।
रांची से खूंटी 38 किमी है। शनिवार को मात्र छह किमी चलेंगे और भव्य नगर प्रवेश खूंटी। खूंटी समाज के रोहित जी, गौरव जी उनके पूरी टीम मुनि श्री का नगर प्रवेश कराने में लगी हुई है। दिगंबर जैन समाज खूंटी सभी धर्म प्रेमी बंधु का स्वागत अभिनंदन करेगी। खूंटी में मुनि श्री का संभवत: 5 दिन का प्रवास रहेगा। 3 तारीख को मुनि श्री खूंटी से विहार करेंगे। जशपुर बगीचा के लिए बढ़ते कदम होंगे।
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