गढ़वा : चार ऑटोमेटिक पिंजरे, 50 कैमरे, एक्सपर्ट शिकारी की टीम फिर भी अबतक ना तेंदुए की कोई तस्वीर ना कोई बड़ी सफलता । तेंदुआ अभी भी शिकार कर रहा है लेकिन वन विभाग की पहुंच से तेंदुआ अब भी दूर है। तमाम प्रयास के बाद वन विभाग ने शिकारी नवाब शफ़त अली खान को न्यौता दिया पिछले 13 दिनों से नवाब शफत अली भी प्रयास कर रहे हैं लेकिन तेंदुए की चालाकी के आगे वन विभाग और शिकारी की सारी चाल फेल है ।
बेपरवाह होकर घूम रहे है गांव वाले
गढ़वा के भंडरिया और रमकंडा प्रखंड के कई गांवो में अब भी तेंदुए का खौफ है। गांव के लोग अब भी बेपरवाह होकर इलाके में घूम रहे हैं। तेंदुआ को पकड़ने पहुंचे शिकारी नवाब शफत अली खान ने रात में ऐसे कई लोगों को घर भेजा जो देर रात तक इलाके में घूम रहे थे। तेंदुआ बच्चों को शिकार बनाता है इसके बावजूद भी रात में लोग शौच के लिए बच्चों को लेकर बाहर निकल रहे हैं। गांव में वन विभाग की टीम भी लगातार जागरुकता अभियान चला रही है लेकिन इसका भी कोई खास असर होता नजर नहीं आ रहा। कई लोग बेखौफ होकर बच्चों को रात में भी बाहर निकलने दे रहे हैं।
हम अपनी तरफ से प्रयास कर रहे है सफलता ऊपर वाले के हाथ में : वन विभाग के अधिकारी
वन प्रमंडल अधिकारी शशि कुमार ने कहा, हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। सफलता ऊपर वाले के हाथ में हैं। हमने इलाके में चार पिचड़ा लगा रखा है। पिजड़े में कभी बकरी तो कभी सुअर तो कभी कुत्ते को रखा गया। कई बार तेंदुआ आया लेकिन पिजड़े के पास से गुजर गया। तेंदुआ बेहद चालाक जानवर होता है इसलिए उसे पकड़ना भी आसान नहीं है। कई बार तेंदुआ दिखा लेकिन उसने इतनी दूरी बना रखी थी कि उसे पकड़ना आसान नहीं था।
तेंदुए का शिकार जारी…..
तेंदुआ लगातार शिकार कर रहा है। रमकंडा थाना क्षेत्र के तेतरडीह में तेंदुए ने बकरी का शिकार किया। शिकार के बाद पेट भर खाया और बाकि शिकार इसी इलाके में छोड़ गया। शूटर नवाब शफत अली को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने जाल बिछाया। तेंदुआ अपने शिकार को दोबारा लेने लौटता है, जब भी उसे भूख लगती है तो बाकि बचे शिकार को वापस लेने वो शिकार वाली जगह लौटता है या बचे हुए शिकार को वह पेड़ पर छिपाकर रखता है।
तेंदुए के वापस लौटने की उम्मीद में शिकारी ने जाल बिझाया, जहां शिकार हुआ था उससे लगभग 20 मीटर की दूरी पर तेंदुआ को बेहोश करने की तैयारी के साथ मोर्चा बनाकर इंतजार करने लगे। शिकारी एक तरफ तेंदुए का इंतजार कर रहे थे दूसरी तरफ तेंदुआ उस दिन तेंदुए ने शिकार तो किया लेकिन किसी दूसरे गांव में रात करीब 2 बजे कुशवार गांव में दो बकरियों को तेंदुए ने शिकार बना लिया। दूसरी तरफ रात भर शिकारी इंतजार करते रहे।
लगातार वन विभाग को चकमा देने में सफल तेंदुआ
शिकारी पिछले 13 दिनों से इलाके में खांक छान रहे हैं। तेंदुए के मुवमेंट को ट्रैक किया गया है। तेंदुआ पांच गांवों के आसपास ही अपना ठिकाना बना रहा है और शिकार कर रहा है। चार पिंजरे जिनमें हर बार तेंदुए को पकड़ने की नया तरीका अपनाया जा रहा है लेकिन तेंदुआ वन विभाग और शिकारी की पहुंच से दूर है। तेंदुआ को फंसाने के लिए शूटर की टीम केज सहित मांस लटकाने के अलावा अन्य सभी रणनीति अपना रही है, लेकिन अभियान के 13 दिन के बाद भी शूटर को तेंदुआ चकमा दे जा रहा है.
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