रायपुर , (हि.स.)। शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग हृदय है। इसकी देखभाल के लिए हमें अत्यंत जागरूक रहने की जरूरत है क्योंकि अनियमित दिनचर्या और तंबाकू उत्पादों के सेवन की वजह से कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक की समस्या आने लगी है। इसलिए दिल के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को सतर्क करने के लिए ही प्रतिवर्ष 29 सितंबर को ‘विश्व हृदय दिवस’ (World Heart Day) मनाया जाता है।
डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में ही देखें तो जनवरी 2023 से अगस्त 2023 तक कुल 1,080 मामले (इनमें बच्चों में हृदय संबंधी समस्या के मामले भी शामिल हैं) हृदय संबंधी समस्याओं के आए हैं, जिन्हें एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) के डॉक्टरों की टीम ने उनका उपचार कर बीमारी से पीड़ितों को नया जीवन प्रदान किया है। साथ ही साथ समय-समय पर यहां आने वाले लोगों को अनियमित दिनचर्या को सुधारने, खान-पान व्यवस्थित करने और तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने, तंबाकू उत्पादों का सेवन और धूम्रपान नहीं करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाता है।
इस संबंध में डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव का कहना है: “हृदयाघात या हार्टअटैक की बीमारी पहले 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के मरीजों को होती थी। परंतु अब काफी कम उम्र के लोगों को भी .यह समस्याएं आ रहीं हैं। ‘हृदयाघात’ ह्रदय की खून नलियों में थक्का जमने की वजह से होता है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान करना, अनियमित खानपान और दिनचर्या है। अपने संस्थान में प्रतिदिन 10 से 15 सर्जरी हो रही है, जिसमें युवा भी शामिल हैं। वैसे तत्कालिक इलाज के अंतर्गत खून पतला करने वाली व कोलेस्ट्रोल कम करने वाली दवाई के उपयोग से हृदयाघात की संभावना कम हो जाती है। लोगों को अपनी दिनचर्या सुधारने , तंबाकू उत्पादों और धूम्रपान का सेवन नहीं करने और अपने दिल की देखभाल करने के प्रति जागरूक रहना चाहिए। “
एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) के हार्ट चेस्ट एंड वस्कुलर सर्जन डॉ. के.के. साहू ने बताया “जीवनशैली में बदलाव, मधुमेह, तंबाकू उत्पादों का सेवन, अनियंत्रित ब्लड प्रेशर, मोटापा, व्यायाम से दूरी आदि के कारण हृदय से संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं। संस्थान में प्रतिदिन कई ऐसे मरीज आते हैं जो तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं, और अनजाने में ही दिल की बीमारी के शिकार हो जाते हैं। उन्हें इसका अंदाजा तब होता है जब उनकी बीमारी लाइलाज स्टेज में पहुंचती है।पहले के मुकाबले अभी हृदय के बाईपास करवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। जिस प्रकार हृदय की नस में ब्लॉकेज होता है उसी प्रकार हाथ पैर के नसों में भी ब्लॉकेज होता है। इसलिए दिनचर्या में बदलाव, व्यायाम करने और तंबाकू उत्पादों या धूम्रपान का सेवन नहीं करने से दिल की बीमारी से बचाव संभव है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया में तम्बाकू उपयोगकर्ताओं की दूसरी सबसे बड़ी संख्या भारत (268 मिलियन) है और इनमें से 13 लाख लोग हर साल तम्बाकू से संबंधित बीमारियों से मर जाते हैं। तम्बाकू के उपयोग से होने वाली सभी बीमारियों और मौतों से वार्षिक आर्थिक लागत 2017-18 में 177,341 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो भारत की जीडीपी का 1 प्रतिशत है। तम्बाकू का उपयोग, एक धीमी गति से चलने वाली महामारी है, तम्बाकू उत्पादों को युवाओं और समाज के वंचित वर्गों जैसी कमजोर आबादी के हाथों से दूर रखना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। एक संसदीय रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 50 प्रतिशत कैंसर तम्बाकू के कारण होते हैं।
इन्हें मिला नया जीवन – एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में प्रतिदिन सर्जरी हो रही है और पीड़ितों को नया जीवन मिल रहा है। इनमें भी विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिमाह 10-12 सर्जरी गुड़ाखू, तंबाकू या धूम्रपान से दिल के बीमारों की हो रही है। जिन्हें एसीआई से नया जीवन मिलने वाले मरीजों में कोरिया निवासी 56 वर्षीय शांतनु ( परिवर्तित नाम) का कहना है कि “धूम्रपान की बुरी लत कार्य के दौरान लग गई। मगर कभी इसका अंदाजा भी नहीं था कि यह शौक एक दिन जानलेवा भी साबित होगा। एसीआई संस्थान के डॉक्टरों का धन्यवाद करते हुए उनहोंने लोगों से तंबाकू का सेवन नहीं करने और स्वस्थ्य दिनचर्या अपनाने की अपील की। “
वहीं 51 वर्षीय अनसुईया (परिवर्तित नाम) ने बताया कि “कई सालों से गुड़ाखू करने की आदत थी। जिसकी वजह से कई तरह की शारीरिक परेशानियां होती थीं। मगर अचानक ही अटैक आया और जब एसीआई पहुंची तो उन्हें जानकारी हुई की अव्यवस्थित दिनचर्या के साथ ही गुड़ाखू की वजह से उन्हें स्वास्थ्यगत परेशानी हुई। उन्होंने कहा मुझे तो नया जीवन मिला है, मगर मैं नहीं चाहती हूं कि किसी अन्य को यह सब झेलना पड़े। इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए बुरी लतों से दूर रहना चाहिए।“
हृदय संबंधी समस्याओं के मामले एक नजर में- डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल रायपुर स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में हृदय संबंधी विभिन्न समस्याओं को लेकर मरीज यहां पहुंचे, जिनका इलाज कर नया जीवन दिया गया। जनवरी 2023 से अगस्त 2023 तक देखें तो कुल 1,080 मामले हृदय संबंधी समस्याओं के आए। इनमें बच्चों में हृदय संबंधी समस्या के 10 मामले भी शामिल हैं। वहीं जनवरी 2023 से अगस्त 2023 तक 921 लोगों की एंजीयोग्राफी और एंजीयोप्लास्टी हुई जिसमें तंबाकू उपयोगकर्ता भी शामिल हैं।
दिल को सुरक्षित रखने यह करें- विशेषज्ञों के अनुसार हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए एल्कोहल और धूम्रपान से दूर रहें। शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखें। ज्यादा नमक का सेवन करने से बचें। भोजन में फलों, सलाद, फाइबर युक्त आहार खाएं जैसे साबुत अनाज का ब्रेड, ओट्स, साबुत अनाज, हरी सब्जियों, साबुत अनाज को प्रमुखता से खाएं। तली और भुनी हुई चीजें, तेल और घी का सेवन, फास्ट फूड, वसा युक्त दूध , दुग्ध उत्पाद और चीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने में सावधानी बरतें। नियमित व्यायाम और योग करें, तनावमुक्त रहें, रक्त में शर्करा के लेवल को कम रखें, उम्र और लंबाई के हिसाब से वजन पर नियंत्रण रखेंI रक्तचाप को नियंत्रित रखना चाहिए।
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