जमशेदपुर: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नेशनल कॉन्फ्रेंस 2023 का आयोज़न किया गया. इस दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का आज शुभारंभ हुआ. इस सम्मेलन का मुख्य शीर्षक था “सतत विकास के लिए बहुविषयक अनुसंधान और नवाचार”. इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे डॉ. बी.के. राणा, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, जमशेदपुर, झारखंड के निदेशक और वरिष्ठ वैज्ञानिक और डॉ. प्रभात कुमार पाणि, वित्त पदाधिकारी, कोल्हान विश्वविद्यालय. इस सम्मेलन में करीब 110 अलग-अलग विभाग के शोध पत्र प्रस्तुत किए गए.
कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्ज्वलन समारोह से की गई. उसके पश्चात डॉ. रंजन कुमार मिश्रा, आई टी विभाग के प्रमुख के द्वारा कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया. उन्होंने बताया कि इस बदलते दुनिया में सतत विकास का कितना महत्त्व है. कार्यक्रम को आगे ले जाते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गंगाधर पंडा ने शोध के कर्म और उनके महत्त्व पर प्रकाश डाला. विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. आचार्य ऋषि रंजन ने वहा मौजूद सभी अतिथियों का स्वागत किया और परीक्षा नियंत्रक ओ पी शर्मा ने ज़िन्दगी में शोध के महत्त्व को बताया. डॉ. बी.के. राणा ने वैश्विक मुद्दे जैसे जलवायु परिवर्तन पर बात की और भारत में बिजली के उत्पादन पर प्रकाश डाला. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने बताया की रिसर्च दो शब्दो के मेल से बना है. री और सर्च जिसका अर्थ होता है दोबारा खोज करना. डॉ. रजनीश रत्न, गेडु कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, भूटान से ऑनलाइन माध्यम से इस सम्मेलन का हिस्सा बने थे.
कार्यक्रम को आगे ले जाते हुए शोध पत्रों की प्रस्तुति शुरू हुई जिसमे करीब 110 शोधार्थियों ने अपने-अपने शोध पत्र को प्रस्तुत किया. शोध पत्र अलग-अलग संकाय जैसे आर्ट्स, लॉ, कॉमर्स और मैनेजमेंट, साइंस और एजुकेशन से थे. शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये गए शोध पत्रों ने सबका ज्ञान वर्धन किया.
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