रांची। एचईसी कर्मियों के वेतन संबंधित संकट दूर नहीं हो रहा है। 26 माह से वेतन नहीं मिलने से कर्मियों में घोर निराशा है। कर्मचारी पाई पाई का मुहताज हो गए हैं। उनके पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं हैं। हालांकि कई कर्मी वैकल्पिक रोजगार कर किसी तरह से घर परिवार का खर्च वहन कर रहे हैं, लेकिन अधिसंख्य कर्मचारी टकटकी लगाकर एचईसी प्रबंधन और केंद्र सरकार की ओर देख रहे हैं।
कर्मचारियों को एचईसी प्रबंधन की ओर से पिछले वर्ष नवंबर माह में महज 15 दिनों का वेतन छठ महापर्व को लेकर दिया गया था। लेकिन उसके बाद फिर किसी तरह का भुगतान उन्हें नहीं किया गया है। यही वजह है कि कई कर्मियों के बच्चाें की पढाई भी छूटने को है।
उल्लेखनीय है कि एचईसी में लगभग 2340 कर्मचारी और अधिकारी हैं, जिसमें 1400 ठेका कर्मचारी और शेष 900 अधिकारी और स्थायी कर्मचारी शामिल हैं। कर्मियों का बकाया 26 माह से जबकि अधिकारियों का 29 माह से बकाया है। वहीं एचईसी मंजदूर संघ के महामंत्री रामाशंकर प्रसाद कहते हैं कि कर्मियों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। स्कूल में कर्मियों के बच्चों की फीस कई माह से बकाया है। प्रबंधन को चाहिए कि एचईसी की जमीन पर जिन स्कूलों का संचालन हो रहा है उन स्कूलों में पढ़ रहे कर्मियों के बच्चों की फीस माफ करा दे। ताकि, कर्मियों पर से कुछ आर्थिक बोझ कम हो।
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