हजारीबाग : विनोबाभावे विश्वविद्यालय में विविध कला-संस्कृति का रसपान और मिनी हिन्दुस्तान का दर्शन कराते रविवार को झूमर 2022 : युवा महोत्सव का भव्य और रंगारंग समापन हुआ. प्रतिभागियों ने झारखंड से राजस्थान तक का जलवा बिखेरा. इससे विनोदिनी तरवे पार्क में सतरंगी इंद्रधनुषी छटा से समां बंध गया. ओडिसी, नागपुरी, गुजराती और राजस्थानी गीत-नृत्य-संगीत से तीन दिनों तक विनोबाभावे विश्वविद्यालय गुलजार रहा.
स्नातकोत्तर कला एवं संस्कृति परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय 26वें युवा महोत्सव के समापन समारोह के मुख्य अतिथि पद्मश्री मधु मंसूरी ने कहा कि मौलिकता ही असली पहचान है, उसे कभी खत्म न होने दें. विद्यार्थियों को नसीहत दी कि अपना ईमान कभी खत्म न करें, इसका ध्यान अवश्य रखें. उन्होंने दो गीत गाते हुए नारी शक्ति को महान बताते हुए उनके सम्मान की वकालत की. साथ ही कहा कि परिवर्तन के लिए इंकलाब का नारा बुलंद करने से पीछे नहीं हटें. मौके पर कुलपति प्रो. डॉ मुकुल नारायण देव ने कहा कि यह महोत्सव विभावि के लिए मील का पत्थर साबित होगा. सभी प्रतिभागियों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी.
किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का विशेष महत्व होता है. इस इंटर कॉलेज प्रतियोगिता में न सिर्फ विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन किया, बल्कि एक-दूसरे कॉलेजों से ज्ञान, आचार-विचार और व्यवहार का आदान प्रदान भी किया. इस पूरे कार्यक्रम में सामूहिकता का समावेश और सतरंगी इंद्रधनुषी छटा का प्रवाह दिखा. सामंजस्य की भावना की सीख मिली. अब विनोबाभावे विश्वविद्यालय के यही प्रतिभागी ईस्ट जोन युवा महोत्सव में अपनी भागीदारी प्रस्तुत करेंगे और मेडल जीतकर लाएंगे. उन्होंने पद्मश्री मधु मंसूरी को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया. आयोजन सचिव डॉ सरिता सिंह ने कहा कि झूमर आनंद, उत्साह और उमंग का द्योतक है. इस महोत्सव में प्रतिभागियों को सिखने, सीखने और रंगों में रंग मिलाकर सराबोर होने का मौका मिला.
मंच संचालन विभावि एनएसएस की को-ऑर्डिनेटर जॉनी रूफिना तिर्की और पीजी हिन्दी विभाग के डॉ केदार सिंह ने किया. मंच पर विभावि की प्रथम महिला सह कुलपति की पत्नी प्रभा देव, रजिस्ट्रार डॉ बीके गुप्ता, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ अंबर खातून, वित्त पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र, वित्तीय सलाहकार डॉ सुनील सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ गौरीशंकर तिवारी, रूसा के निदेशक डॉ चंद्रशेखर सिंह, पीआरओ डॉ प्रमोद कुमार, विभिन्न संकायाध्यक्ष, पदाधिकारी और शिक्षक, शिक्षकेत्तरकर्मी और विद्यार्थी मौजूद थे.
करमा-सोहराय से लेकर ओडिसी, गुजराती और राजस्थानी तक की कला-संस्कृति का रसपान
सबसे बेहतरीन प्रस्तुति केबी महिला महाविद्यालय हजारीबाग की रही. ओडिशी गीत-संगीत और नृत्य से प्रतिभागियों ने समां बांध दिया. स्कॉलर बीएड कॉलेज गिरिडीह के प्रतिभागियों ने राजस्थानी, तो संत कोलंबा की छात्राओं ने गुजराती डांडिया कर खूब वाहवाही बटोरी. विभावि पीजी के प्रतिभागियों की नागपुरी नृत्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अंतिम कड़ी रही. ढोल मांजर बाजे रे…पर नागपुरी नृत्य कर आदर्श कॉलेज राजधनवार के प्रतिभागियों ने खूब तालियां बटोरीं. गौतम बुद्ध बीएड कॉलेज समेत कई प्रतिभागियों ने झारखंडी कला-संस्कृति का रसपान कराया. आरके महिला कॉलेज गिरिडीह ने सोहराय को दर्शाया, तो अन्नदा कॉलेज ने धनरोपनी और धनकटनी से लेकर नागपुर के प्रमुख त्योहार का दर्शन कराया. चतरा ने बिहार की कला-संस्कृति की छटा बिखेरी. गिरिडीह कॉलेज के कलाकारों ने बांसुरी की मधुर तान पर नागपुरी नृत्य से लोगों का मन मोह लिया.
झूमते रहे विद्यार्थी और शिक्षक, सेल्फी लेने की होड़
पूरे चार घंटे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विनोबाभावे विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और शिक्षक झूमते रहे. उनमें सेल्फी लेने की होड़ मची रही. विद्यार्थियों ने प्रतिभागियों के साथ सुर में सुर मिलाकर खूब हौसलाआफजाई की.
विभावि पीजी की टीम बनी ओवरऑल चैंपियन
विनोबाभावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में आयोजित तीन दिवसीय झूमर 2020 : युवा महोत्सव में विभावि पीजी की टीम ओवरऑल चैंपियन बनी. वहीं फर्स्ट रनरअप केबी महिला कॉलेज हजारीबाग और सेकेंड रनरअप संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग रहा. प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि पद्मश्री मधु मंसूरी, कुलपति प्रो. डॉ. मुकुल नारायण देव व अन्य अतिथियों ने मेडल और सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया. महोत्सव में कुल 26 इवेंट हुए थे और इसमें 22 टीमों ने शिरकत की थी.