हजारीबाग. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में छिपी हुई प्रतिभा को सामने लाकर उसे निखारने की जरूरत है ताकि उनके बहुमुखी व्यक्तित्व का विकास हो सके. यह बात कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने सोमवार को पीजी आर्ट एंड कल्चर बोर्ड की बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा. आर्यभट्ट सभागार में आयोजित बैठक में डॉ देव ने कहा कि उनके विद्यार्थी न सिर्फ शिक्षा में बल्कि कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में भी काफी प्रतिभावान हैं, बस सिर्फ उन्हें तराशने की जरूरत है. कुलपति ने उपस्थित प्राचार्य से कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से रूचि लेते हुए ऐसे विद्यार्थियों की तलाश करें ताकि न सिर्फ राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार हासिल कर संस्था का नाम रोशन करें. डॉक्टर देव ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में दो दिसंबर से शुरू होने वाले महोत्सव का समापन चार दिसंबर को होगा.
छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष सचिव अम्बर खातून ने वर्ष 2019 की वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में गौरवशाली इतिहास रहा है. इसमें पिछले वर्षों में संपन्न हुए महोत्सव में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई विधाओं में जीत हासिल की है.
बैठक में कुल सात एजेंडों पर गहन विमर्श किया गया. कुलपति ने काफी बारीकी से प्रत्येक पहलुओं पर जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि 20 नवंबर तक प्रतिभागियों की टीम निबंधन के लिए सुनिश्चित करा लें. उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष ईस्ट जोन में 49 में शामिल होंगी, जबकि पिछले वर्षों में कुल 43 टीम शामिल हुई थी. इस सत्र में 23 से 27 दिसंबर तक कलिंगा इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी ओडिशा की मेजबानी में युवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. बैठक में वर्ष 2022 के महोत्सव के लिए लगभग 26.5 लाख रुपए के बजट की स्वीकृति सर्वसम्मति से दी गई.
बैठक का संचालन डॉक्टर जॉनी रूफीना तिर्की तथा धन्यवाद ज्ञापन बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सरिता सिंह ने किया. मौके पर डॉ विमल मिश्रा, डॉ इंद्रजीत कुमार, डॉ सुकल्याण मोइत्रा, डॉ विनोद रंजन, डॉ प्रमोद कुमार, डॉक्टर संध्या प्रेम, डॉ जयदीप सन्याल, डॉ केदार सिंह, डॉ सुबोध सिंह शिवगीत, गंगानंद सिंह, डॉक्टर के के गुप्ता, डॉक्टर मनीष दयाल, डॉ आरपी राय, डॉ मिथिलेश उपाध्याय समेत कई सदस्य उपस्थित थे.