बलरामपुर (Diwali 2024)। जिले में दीपावली की तैयारियां जोरो पर है। त्यौहारी महीने को लेकर बाजार सज चुके है। नगर के बाजार में खरीदारी शुरू हो गई है। (Diwali 2024) जिले वासियों में दीपोत्सव को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मिट्टी और गोबर के दीए बना रही है। इन दीयों से इस बार कई घर रोशन होंगे।
Diwali 2024: चार वर्षों से बना रही है रंग बिरंगे दीये
रामानुजगंज के एसआरएलएम सेंटर में प्रगति वन समूह की महिलाएं बीते 4 वर्षों से दीपावली पर्व पर मिट्टी और गोबर के दीए बना रहीं है। कोरोना काल से समूह की महिलाएं लोकल फॉर वोकल पर जोर दे रहीं है। मिट्टी और गोबर से बने दीये विलुप्त होने के कगार पर हो गए है। (Diwali 2024) समूह की महिलाओं के इस योगदान से नगर में मिट्टी के दीए खरीदने का ट्रेंड बढ़ गया है। जिससे नगर के छोटे व्यापारियों को त्यौहारी सीजन में अच्छा मुनाफा भी होता है।
मिट्टी के रंग बिरंग के दीए को बाजार में स्टाल लगाकर, डोर टू डोर होम होम डिलीवरी करके उससे जो भी आमदनी होती है उससे महिलाओं की आर्थिक सहायता मिल जाती है। जिससे वे अपने दीपावली अच्छे से मना पाती है।महिलाएं इससे अब आत्मनिर्भर भी बन रही है।
स्व सहायता समूह की अध्यक्ष लाखो पुरी ने ऑफबीट के संवाददाता को बताया कि, हमलोग नगर पंचायत के द्वारा डोर टू डोर काम लिए है। हम चार साल से दीपावली पर्व पर दीया बना रहें है। दीया बनाकर उसे मार्केट में बेचते है। हमारी समूह में 28 सक्रिय महिलाएं सदस्य है। (Diwali 2024) प्रतिदिन 1-2 घंटे बैठकर दीया बनाते है और उसमें रंग भरते है।
आगे उन्होंने कहा कि हमलोग मिट्टी और गोबर दोनों का दीया बनाते है। हमलोग ऑर्डर पर भी दीया बनाते हैं। इससे लगभग हर साल 10 हजार रुपए की आमदनी हो जाती है। (Diwali 2024) जिससे हम समूह की महिलाओं का दीपावली अच्छे से कट जाता है। जिन लोगों को फोन करके ऑर्डर देना हो आप हमें 93405 14467 इस नंबर पर संपर्क भी कर सकते है।
मौके पर स्व सहायता समूह की अध्यक्ष लाखो पुरी, सुगिया देवी, रीना देवी, पम्मी, गीता, प्रेमा, मालती आदि महिलाएं मौजूद थी।
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