बलरामपुर (Balrampur News)। शिव शिष्य हरिन्द्रानंद फाउंडेशन के द्वारा जिले के गर्म जल स्त्रोत भगवान महादेव के पावन धाम तातापानी में रविवार को शिवचर्चा महोत्सव का आयोजन हुआ। जिसमे हजारों की संख्या में शिव भक्त, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग एवं बच्चे सहित शिव शिष्य शामिल हुए।
दीदी बरखा आनन्द ने बताया कि यह अवधारणा बिल्कुल आध्यात्मिक है जो भगवान शिव के गुरू स्वरूप से एक-एक व्यक्ति के जुड़ाव से संबंधित है। (Balrampur News) बरखा दीदी ने लोगों को शिव चर्चा से जुड़ने और शिव गुरू की महिमा का प्रसार करने की बात कही।
इस दौरान शिव शिष्य परिवार के पंचम कुशवाहा मनोज यादव सहित हजारों की संख्या में शिव शिष्य परिवार के लोग शामिल हुए। (Balrampur News) रामानुजगंज नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने दीदी बरखा आनंद को मोमेंटो प्रदान कर उनका स्वागत किया।
Balrampur News: भगवान शिव का शिष्य होने में तीन सूत्र सहायक है
1. अपने गुरु शिव से मन ही मन यह कहें कि है शिव, आप मेरे गुरु है, मैं आपका शिष्य हूं, मुझपर दया कर दीजिए।
2. सबको सुनाना और समझाना है कि शिव गुरु है ताकि दूसरे लोग भी शिव को अपना गुरु बनाएं।
3. अपने गुरु शिव को मन ही मन प्रणाम करना है। इच्छा हो तो नमः शिवाय मंत्र से प्रणाम किया जा सकता है।
शिवचर्चा की शुरुआत 1980 के दशक में बिहार से हुई
हरिंद्रानंद साहब ने सन 1974 में शिव को अपने गुरू के रूप में स्वीकार किया जिसके बाद सन 1980 के दशक में बिहार के मधेपुरा में हरिंद्रानंद साहब के द्वारा ही इसकी शुरुआत हुई। (Balrampur News) महज बारह साल की उम्र में ही महाराज की आध्यात्मिक रूचि उन्हें समशान में भी लेकर गई। छत्तीसगढ़ में बलरामपुर जिले के सनावल में साल 2007 में शिव चर्चा महोत्सव का आयोजन हुआ था स्वयं हरिंद्रानंद महाराज भी स्वयं यहां शिव चर्चा महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। तब से लगातार क्षेत्र में शिव चर्चा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित हो रहा है।
शिव गुरु है और संसार का एक-एक व्यक्ति उनका शिष्य हो सकता है
बरखा दीदी ने आगे कहा कि शिव के शिष्य अपने सभी आयोजन ‘शिव गुरु हैं और संसार का एक-एक व्यक्ति उनका शिष्य हो सकता है’, इसी प्रयोजन से करते है। ‘शिव गुरु है’ यह कथ्य बहुत पुराना है। भारत भूखंड के अधिकांश लोग इस बात को जानते है कि भगवान शिव गुरु है, आदिगुरु एवं जगतगुरु हैं। (Balrampur News) हमारे साधुओं, शास्त्रों और मनीषियों द्वारा महेश्वर शिव को आदिगुरु, परमगुरु आदि विभिन्न उपाधियों से विभूषित किया गया है।
मौके पर पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह, नगर पंचायत के अध्यक्ष रमन अग्रवाल समेत हजारों की संख्या में शिव शिष्य मौजूद थे।
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