रामानुजगंज, अनिल गुप्ता। पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश से क्षेत्र की जीवनदायिनी कन्हर नदी में पानी आ गया है. पशु पक्षियों एवं मवेशियों के लिए कन्हर नदी पानी का एकमात्र स्रोत है. अप्रैल महीने के दुसरे सप्ताह में ही नदी का पानी पूरी तरह से सूखने के कारण पेयजल की किल्लत हो रही थी जिसके बाद नगर पंचायत के द्वारा तत्कालिक व्यवस्था करते हुए जेसीबी मशीन से डबरी का निर्माण कराया गया है.
आपको बता दें कि रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र की लगभग 25 हजार की आबादी के लिए कन्हर नदी पेयजल आपूर्ति का एकमात्र स्रोत है. नदी के पानी को फिल्टर कर पाइपलाइन के जरिए घरों तक पानी का सप्लाई किया जाता है. कन्हर नदी जशपुर जिले के खुडिया पठार से निकलती है.
भीषण गर्मी में नदी का पानी सूखने के कारण पशु पक्षियों एवं मवेशियों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा था हालांकि नदी में पानी आने के बाद पशु पक्षियों की प्यास बुझेगी. कन्हर नदी इस पूरे क्षेत्र की जीवनदायिनी नदी मानी जाती है. सब्जियों की खेती करने वाले किसान सिंचाई के लिए नदी के पानी पर निर्भर हैं.
नदी के पानी को एकत्रित करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर महामाया मंदिर के सामने एनीकेट का निर्माण कराया गया लेकिन रखरखाव के अभाव में एनीकेट के गेट खराब होने से नदी का पानी बह गया और पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई. नदी के आसपास रहने वाले लोग अपने दैनिक जरूरतों के लिए नदी पर ही निर्भर हैं.
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