बलरामपुर, अनिल गुप्ता: आपको बता दें कि यह पूरा मामला बलरामपुर जिले के जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के ग्राम पंचायत पचावल का है. जहां हितग्राहियों के नाम से डबरी स्वीकृत हुआ था लेकिन मनरेगा सचिव के द्वारा मशीन से डबरी का खुदाई किया गया.और फर्जी तरीके से मस्टरोल भरकर पैसा भी निकासी कर लिया गया. वहीं ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बलरामपुर कलेक्टर से 2 महीने पूर्व ही की थी. लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया.
वहीं जब इसके बारे में जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डबरी को निरस्त कर दिया गया है. पत्रकारों के सवाल का जवाब सही से देते नहीं नजर आए. लेकिन देखना होगा कि फर्जी मस्टरोल भरकर पैसा निकासी करने वाले मरेगा सचिव के ऊपर विभागीय कार्रवाई होती भी है की अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त रहेगा.