रायपुर : रायपुर में टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के मैच से पहले टिकट की खूब ब्लैक मार्केटिंग हुई है। 50 प्रतिशत से ज्यादा टिकट ऑनलाइन नहीं मिले सिर्फ बढ़े हुए दामों पर बेचे गए हैं। दैनिक भास्कर ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए ऐसे टिकट दलालों का वीडियो बनाकर ब्लैक मार्केटिंग का खेल उजाकर किया था। शुक्रवार देर रात पुलिस हरकत में आई। अलग-अलग इलाकों में छापेमार कार्रवाई कर 9 टिकट दलालों को गिरफ्तार किया ।
4-5 अलग-अलग जगहों से पुलिस ने इन टिकट दलालों को पकड़ा है। कटोरा तालाब पास टिकटों की कालाबाजारी करते कुरूद धमतरी निवासी राहुल वारयानी एवं आकाश वारयानी को पकड़कर उनके कब्जे से 25 नग टिकट तथा टिकरापारा क्षेत्र के पचपेढ़ी नाका पास टिकटों की कालाबाजारी करते रायपुर निवासी तनमय जैन एवं अमनदीप सिंह को पकड़कर उनके कब्जे से 19 नग टिकट जब्त कर चारों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। ये सभी कारोबारी घरानों से ताल्लुक रखने वाले युवक हैं।
गंज क्षेत्र के अलग – अलग स्थानों में टिकटों की कालाबाजारी करते 5 लोगों को पकड़कर उनके पास से 22 टिकट जब्त की गई। कुल 9 बदमाशों के पास से 66 टिकट मिलने की बात पुलिस ने कही है। इस कार्रवाई में रोहित कुमार,अब्दुल सलाम,आदित्य श्रीवास्तव,अशोक दुबे,अभिषेक सिंह नाम के युवक पकड़े गए हैं।
स्टेट क्रिकेट संघ के मैदान में सजा कालाबाजार
दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट ऑपरेशन ब्लैक टिकट में बताया कि कैसे स्टेट क्रिकेट संघ के मैदान के बाहर ही टिकट बेचा जा रहा था। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के स्टेडियम के पास दो युवक फोन पर लोगों को टिकट के दाम बता रहे थे। इनके पास जाकर रिपोर्टर ने कहा- भाई कोई टिकट दिला देगा क्या ? युवक ने जवाब दिया – कितने चाहिए आपको। रिपोर्टर ने हैरानी से पूछा बहुत टिकट हैं क्या आपके पास ! दलाल ने बताया कि वो 500 और 1000 वाली टिकटें 4200, 6500 रुपए में बेच रहा है। उसने कहा अभी हमारे साथ चलिए और पैसे देकर टिकट ले लिजिए।
क्रिकेट संघ को भी है जानकारी
टिकटों की मारा-मारी और कालाबाजारी को लेकर दैनिक भास्कर ने स्टेट क्रिकेट संघ के प्रदेश अध्यक्ष जुबीन शाह से बात की। उन्होंने इस बात को स्वीकारते हुए कहा कि हां टिकटों की कालाबाजारी हो रही है। इसकी जानकारी है, ये पूछे जाने पर कि संघ की क्या जवाबदारी है शाह ने कहा कि इसे पुलिस के संज्ञान में लाया गया है। पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी। हालांकि दिन भर टिकटों की कालाबाजारी पर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लोगों में नाराजगी, मुनाफाखोर माला-माल
इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले इस मैच को देखने के लिए 18 जनवरी को शाम 4 बजे ऑनलाइन टिकटों की बिक्री दोबारा हुई थी। मगर कुछ ही मिनट में टिकटें सोल्ड आउट हो गईं। इतने बड़े आयोजन में कोई भी टिकट ऑफलाइन नहीं बेची गई। बहुत से दर्शक ऐसे भी हैं जो ऑनलाइन टिकट को लेकर जागरुक नहीं रहे। चर्चा है कि जानबूझकर टिकटों का शॉर्टेज दिखाकर ब्लैक में टिकटों को बेचकर मुनाफाखोरी हो रही है। प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारी भी ये बात नहीं बता पा रहे कि कितनी टिकटें ऑनलाइन बिकीं। मैदान की क्षमता 45 हजार से अधिक है।
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