धनबाद। आखिर कब समझेगा सिस्टम और कब सुधरेगा इंसान। जाम में फंसकर कब तक जाती रहेगी जान। भारत बंद के दौरान झारखंड के धनबाद जिले में एक किशोरी की जान चली गई। एसटी-एससी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आहूत झारखंड बंद की वजह से जगह-जगह पर बैरिकेडिंग लगाकर सड़क को जाम कर दिया गया था। इसकी वजह से युवती को अस्पताल पहुंचने में देर हो गई और अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वाहन की चपेट में आने से हुई थी घायल
धनबाद के शासन बेरिया पंचेरी की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी बुधवार (21 अगस्त) को अपने घर के समीप अज्ञात दो पहिया वाहन की चपेट में आ गई। गंभीर रूप से घायल पायल कुमारी (14) को परिजन निजी वाहन से अस्पताल ले जा रहे थे। एसएनएमएमसीएच ले जाने के रास्ते में कई जगह बंद समर्थकों ने सड़क पर आवागमन ठप कर दिया था।
अवरोधकों की वजह से सही समय पर नहीं हो सका इलाज, 14 वर्षीय मासूम की गई लापरवाही में जान
बंद समर्थकों की ओर से लगाये गये अवरोधकों की वजह से उन जगहों पर जाम लग गया। किसी तरह किशोरी के परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। एसएनएमएमसीएच में उसे भर्ती कराया गया। इमरजेंसी में डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन कुछ ही देर बाद किशोरी की मौत हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दो दिन पूर्व हजारीबाग में एंबुलेंस के जाम में फसने से गई थी मरीज की जान
हजारीबाग के इचाक में दो दिन पहले ऐसी ही घटना में एक मरीज को जान चली गई। मरीज नवादा से रांची एंबुलेंस में ले जाया जा रहा था। इचाक मोड़ पर जाम में एंबुलेंस फंसी रही गई और मरीज ने दम तोड़ दिया।
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