साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज की रिबिका का सिर उसकी हत्या के 14 दिन बाद पुलिस को मिला है। सिर को तालाब में फेंका गया था। पति दिलदार अंसारी ने परिवार और दोस्त के साथ मिलकर पहले रिबिका पहाड़िन की हत्या की। फिर शव की चमड़ी निकालकर 50 टुकड़े किए थे। इसके बाद इन टुकड़ों को अलग-अलग जगह पर फेंक दिया था।
तालाब में पड़े सिर को मछुआरों ने देखा। फिर इसकी जानकारी बोरियो पुलिस को दी। पुलिस ने अब तक रिबिका के 29 टुकड़े बरामद किए हैं। इसी तालाब के आसपास बाकी 21 टुकड़ों की भी तलाश की जा रही है।
ये है पूरा मामला
रिबिका पहाड़िन (22 ) ने परिवार के खिलाफ जाकर मर्डर से करीब डेढ़ महीने पहले ही दिलदार अंसारी (25) से लव मैरिज की थी। 17 दिसंबर को रिबिका की हत्या की गई। सबूत मिटाने के लिए दिलदार और उसके परिवार ने रिबिका के शाव के 50 टुकड़े किए थे। कुछ टुकड़े घर में छिपा दिए, जबकि अन्य टुकड़े मोहल्ले के आसपास सुनसान जगहों पर फेंक दिए। जिसे कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे थे। जब लोगों ने कुत्तों को इंसान का मांस खाते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी थी।
सास ने 20 हजार में भाई को दी थी सुपारी
पुलिस ने शक के आधार पर दिलदार अंसारी को पकड़ा था। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने दिलदार की मां मरियम निशा, उसके मामा और दोस्त समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड में दिलदार का परिवार भी शामिल था।
पुलिस ने 23 दिसंबर तक मरियम निशा और शव के टुकड़े करने वाले दिलदार के मामा मोईनुल के दोस्त मैनुल हक मोमिन को रिमांड पर रखा। उनसे रिबिका को मारने के कारणों को उगलवाने की कोशिश की गई।
पुलिस के मुताबिक दिलदार अंसारी की मां मरियम निशा ने रिबिका की हत्या करने और शव ठिकाने लगाने के लिए अपने भाई मोईनुल अंसारी को 20 हजार रुपए की सुपारी दी थी।
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