बलरामपुर। मंगलवार को जिले के बलरामपुर आमंत्रण धर्मशाला में ज्ञानयज्ञ परिवार द्वारा संचालित ‘समाज शक्तिकरण पखवाड़ा’ का समापन किया गया। यह पखवाड़ा 12 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक चला। इसके अंतर्गत रामानुजगंज नगर के सभी वार्डों के अलावा रामचन्द्रपुर, मरमा, महावीरगंज धनपुरी नगरा, चाकी, गांज़र एवं पिपरौल के आसपास के गांवों में भी अभियान को यज्ञ, मानसपाठ जैसे धार्मिक एवं वैचारिक विचार-मंथन के साथ सकुशल चलाया गया।
कार्यक्रम समापन के अवसर पर देश के मौलिक चिंतक बजरंग मुनि उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए सभी सामाजिक कार्यों से त्यागपत्र की घोषणा की और अपनी सारी जिम्मेदारी रामानुजगंज के लोगों द्वारा बनाई गई कमेटी को सौंप दिया। उन्होंने इस अवसर पर हॉल में मौजूद लोगों के साथ अपनी अनुभवों को शेयर किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने पूरे जीवन भर प्रयोग ही करता रहा। 18 माह तक इमरजेंसी में जेल में रहा फिर राजनैतिक जीवन में भी सक्रिय रहा, फिर 1984 में हमने राजनीति को त्याग दिया। समाज में बहुत से त्यागी पुरुष है जो अपना घर बार छोड़कर कठिन जीवन जीते हुए समाज को बेहतर बनाने के लिए काम करते रहते हैं। यदि इन लोगों को एक जगह बैठाकर सही दिशा दिया जाए तो यह लोग दुनिया बदल सकते हैं। विपरीत विचारधारा के लोग एक साथ नहीं बैठते ना ही उनके बीच कोई चिंतन मंथन होता है। मैंने इस दिशा में एक अभिनव प्रयोग किया यही कारण है कि हमारी टीम में मार्क्सवादी, गांधीवादी, सोशलिस्ट, मध्यमार्गी, आनंद मार्गी, सर्वोदय, आर्य समाज, गायत्री परिवार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, धार्मिक, नास्तिक, आदि सभी तरह के लोग एक साथ मिलकर काम करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि समाज के लोगों में विभिन्न प्रकार के वर्ग बनाकर एक दुसरे से लड़ाने का कुचक्र हर तरफ से हो रहा है। उन्होंने लोगों के मन में सामाजिक सुरक्षा की भावना का टूटना सभी प्रकार की विसंगतियों का मूल बताया। व्यक्ति जब असुरक्षित महसूस करता है तब वह लोगों में शत्रु अथवा मित्र जैसा भेद करने लगता है। सुरक्षा के इंतजाम में वह और भी अनेक शत्रु बनाकर सामाजिक समरसता को नष्ट-भ्रष्ट कर देता है। मुनि के द्वारा घोषित ज्ञानयज्ञ परिवार के जिला अध्यक्ष मोहन गुप्ता को अपना प्रतिनिधि बताते हुए उनका हर सम्भव साथ देने की सभा से अपील की। मोहन गुप्ता ने “भारत के एक मात्र अपराध नियंत्रित नगर” के गौरव को याद करते हुए पुराने साथियों को याद किया एवं नए साथियों का आभार व्यक्त कर सबकी सलाह से रामानुजगंज के गौरवशाली अतीत को नई ऊंचाईयों तक सब के साथ ले चलने का आश्वासन दिया।
ज्ञानयज्ञ परिवार के संरक्षक कन्हैयालाल अग्रवाल एवं राम सेवक गुप्ता आदि ने भी सभा को संबोधित कर ज्ञानयज्ञ परिवार एवं मुनि के कृतित्व का स्मरण किया। नगर पंचायत के अजय गुप्ता ने नगरवासियों कि तरफ से मुनि से आग्रह किया कि वे संस्थानिक ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए एक वर्ष तक और नगर की जिम्मेदारी उठाएं। अशोक जायसवाल ने भी उनकी मांग का समर्थन किया। जिस पर मुनि ने आश्वासन दिया कि जल्दी ही वे कनहर नदी के तट पर एक ज्ञानकेन्द्र आश्रम स्थापित कर उसमें रहने आ जायेंगें। सभा को श्री अशोक जी प्रधानाचार्य लिटिल फ्लावर स्कूल, आमंत्रण धर्मशाला के अतुल गुप्ता, अजय केसरी, रवि रंजन पाल, बाबू अमीरचंद, प्रमोद केसरी, दिलीप केसरी, रमेश गुप्ता, राजू गुप्ता, राजेन्द्र जायसवाल, राजेश प्रजापति, शंकर केसरी, सुनील केसरी, संजय अग्रवाल, एस पी निगम गायत्री परिवार, नरेश ठाकुर, पाठक सर एवं पाण्डेय सर आदि नगर के भद्रजनों ने सुशोभित किया। ग्राम एवं वार्डों के प्रतिनिधियों सहित तातापानी महायज्ञ समिति के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।