बागपत। हरियाणा के नूंह के दंगे में घायल हुए बजरंग दल पिलाना प्रखंड के सह संयोजक प्रदीप की दिल्ली अस्पताल में मौत हो गई। घटना से हिंदू संगठनों में रोष है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पैतृक गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। खुफिया तंत्र भी सक्रिय है।
पांची निवासी 30 वर्षीय प्रदीप पुत्र चन्द्रपाल गुरूग्राम के मारुति कुंज कालोनी में रहकर बर्तनों की दुकान करते थे। उनके स्वजन गांव मे ही रहते है। ग्रामीणों के अनुसार दो दिन पहले प्रदीप मेवात के नूंह में शोभायात्रा के दौरान हुए दंगे में गंभीर रूप से घायल हो गये थे।
उनको पहले कस्बा सोहना (हरियाणा) के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत गम्भीर होने पर चिकित्सकों ने उनको रेफर कर दिया था। स्वजन ने उनको दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करा दिया था। उनकी मंगलवार की देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया है ।
ग्रामीणो ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद प्रदीप के शव को गांव मे लाया जाएगा। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। चांदीनगर थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने गांव में पहुंचकर पीड़ित स्वजन व ग्रामीणों से जानकारी की। एसओ का कहना है पूरे मामले की वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है।
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