बलरामपुर। जिले के रामानुजगंज गांधी मैदान में संस्कार भारती संस्था के द्वारा आयोजित कार्यक्रम हमारी संस्कृति हमारी पहचान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महाभारत में श्री कृष्ण का रोल निभा चुके नीतीश भारद्वाज का भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने छत्तीसगढ़ की तारीफ करते हुए कहा कि भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में आकर मन में बड़ी प्रसन्नता हो रही है। यह प्रदेश घने जंगल पहाड़ और खनिज संपदा से भरा-पूरा है। यहां के लोग बड़े धार्मिक प्रवृत्ति के है। भाजपा उम्मीदवार रामविचार नेताम भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
ब्राह्मण समाज ने भेंट की श्रीमद्भागवत गीता
कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के द्वारा अभिनेता नीतीश भारद्वाज को श्रीमद्भागवत गीता भेंट किया गया जिसे उन्होंने सहृदयता से स्वीकार किया। इस मौके पर ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ नंदकुमार पाण्डेय, विपिन पाठक, मनोज तिवारी, सूर्यमणि पाण्डेय, सच्चिदानंद तिवारी, विनय पाण्डेय, लवकेश पाण्डेय, विनायक मिश्रा मौजूद रहे।
नीतीश भारद्वाज रहे आकर्षण का केंद्र
सुप्रसिद्ध अभिनेता नीतीश भारद्वाज ने टेलीविजन धारावाहिक महाभारत में भगवान कृष्ण का काफी मशहूर किरदार निभा चुके हैं। टेलीविजन धारावाहिक महाभारत में भगवान कृष्ण का किरदार निभाने के बाद नीतीश भारद्वाज को पूरे देश दुनिया में ख्याति मिली थी। आज भी उनके द्वारा निभाए गए भगवान कृष्ण के किरदार की सराहना और चर्चा होती रहती है। साथ ही विष्णु पुराण धारावाहिक में भगवान श्रीहरि विष्णु और परशुराम का किरदार भी निभा चुके हैं।
अभिनेता नीतीश भारद्वाज ने धर्मपरिवर्तन के मुद्दे पर कहा, पहले पशु-पक्षियों का कराएं धर्म परिवर्तन
महाभारत धारावाहिक के कृष्ण का किरदार निभा चुके नीतीश भारद्वाज ने रामानुजगंज के रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान धर्मपरिवर्तन के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि पहले यहां के जंगल में जाएं और पशु-पक्षियों का धर्मपरिवर्तन कराएं। उनकी भी संस्कृति है। पशु-पक्षियों प्राणियों वनस्पतियों वनसंपदा प्रकृति की सभी का एक धर्म है। इनमें से किसी का धर्मपरिवर्तन करके दिखाएं। कार्यक्रम में देव रूपों से सुसज्जित बालक-बालिकाओं ने भी प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री एवं राज्यसभा सांसद राम विचार नेताम ने कहा कि पहले हम लोग घर-घर में रामायण और महाभारत देखते थे और वह धारावाहिक भारत ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त की थी यहां तक की करोना काल में रामायण और महाभारत ने फिर से समाज में एक उच्च विचारधारा स्थापित करते हुए लोगों को एक दूसरे की सहायता करने की सीख के साथ-साथ भगवान से लोगों की जान बचाने की दुआएं की यह सिर्फ भारत की संस्कृति में ही मिलती है।
बंग समाज के लोगों ने शंख बजाकर किया अभिवादन
नितीश भारद्वाज का स्वागत वांग समाज के महिलाओं ने शंख बजाकर किया। जिससे अभिभूत होकर नितीश भारद्वाज काफी खुश हुए वहां उपस्थित तरह-तरह के भगवान के रूप में उपस्थित बच्चों का फूल बरसा कर उनका स्वागत किया।
लोक निर्माण के विश्राम गृह में पधारे नितीश भारद्वाज ने अपने पास उपस्थित राधा के रूप में स्वस्ति राज उर्फ कुहू को देखते ही उसकी ओर लपक कर उसका अभिवादन किया और फूलों की माला पहनकर कहा कि आ गई मेरी राधा, मुझे राधा को देखकर बहुत प्रसन्नता हुई है। उस बच्ची को बहुत प्यार और सम्मान देते हुए गुलदस्ता भेंट कर अपनी खुशी जाहिर की।
ये भी पढ़िए….
BIHAR: जिले में डेंगू की जांच एवं इलाज का समुचित इंतजाम, फिर भी एहतियात जरूरी: सीएस