हजारीबाग, ऑफबीट संवाददाता। 5 अगस्त को संत जेवियर स्कूल हजारीबाग में फादर जॉन मूर एसजे की स्मृति में स्थापना दिवस बड़े ही उत्साह और उल्लास पूर्वक मनाया गया। सर्वप्रथम फादर जॉन मूर एसजे की प्रतिमा का अनावरण किया गया। तदुपरांत स्वागत गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में फादर रोसनर खलको एसजे द्वारा केक काटा गया। मंच पर भूतपूर्व प्राचार्य फादर पी जे जेम्स एसजे, फादर सैलेट्री एवं हॉक्सा परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।
फादर रोसनर खालको एस जे ने सभा का स्वागत किया तत्पश्चात शॉर्ट फिल्म फादर जोन मूर पर प्रदर्शित किया गया।उसके बाद विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा नृत्य, गीत आदि की शानदार प्रस्तुति की गई। उसके उपरांत 1971 बैच के हॉक्सा सदस्य सौमित दत्त ने उत्साहवर्धन परिपूर्ण शब्द कहे तथा हॉक्सा 1959 बैच के सुजीत सेन ने अपने विचारों को प्रस्तुत किया और होक्सा के ही सदस्य अरिजीत दास गुप्ता (1978 बैच) ने अपनी भावनाओं को उद्बोधित किया। फादर रंजीत मरांडी एस जे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया तथा देवव्रत के नेतृत्व में स्कूल एंथम के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।
इस साल का स्थापना दिवस खास है: विजय
हॉक्सा के मीडिया प्रभारी विजय जैन ने बताया कि इस साल का स्थापना दिवस बहुत ही खास है, क्योंकि कोलकाता हॉक्सन द्वारा फादर जॉन मुर एसजे की तांबे से युक्त मूर्ति की स्थापना स्कूल के मेन एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक बिल्डिंग प्रांगण में की गई। हजारीबाग चैप्टर के रीको वर्मा, राहुल जैन ने स्कूल के प्राचार्य फादर रोशनर, कोलकता चैप्टर के सुजीत सेन, सुमित दत्ता को कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके योगदान के लिए बहुत-बहुत आभार प्रकट किया। मूर्तिकार समीर सेन की सभी ने जमकर प्रशंसा की। जिन्होंने भी स्थापना दिवस में शामिल नहीं हो सके, वो स्कूल में आकर फाउंडर मेम्बर फादर जॉन मूर की मूर्ति को देखनी अभी तक आ रहे हैं।
कार्यक्रम में ये हुए शामिल
इस कार्यक्रम में फादर विलियम ड्वायर, फादर जेम्स, फॉदर सैलेट्री, विक्रम सिंह, डॉ रजत चक्रवर्ती, डॉक्टर वात्स्यायन जैन, डॉक्टर विकास कुमार, डॉक्टर सुजय सामंत, डॉक्टर चैतन्य, सिद्धार्थ रॉय, शेखर राय, सुजीत सिंह, मनोज जैन, हाँक्सा परिवार के अध्यक्ष रीको वर्मा, उपाध्यक्ष धीरज जैन, सचिव राहुल जैन, नीलकमल, सुनील वर्मा, मीडिया हेड विजय जैन, इजराहुल हक, आशीष निधि, अनिकेश जैन, अहमद जकारिया, राजीव जैन, तारीक अनवर, डॉक्टर इरफान उल हक मनीष चंद्रा, मनीष इन्फोटेक, डॉक्टर निशित, विकास साव व अन्य ने शामिल होकर इसे यादगार बनाया।
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