बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित मस्जिद रोड के पास से दोनों ट्रांसफार्मर को आखिरकार विद्युत विभाग ने आपत्ति के बावजूद उसे दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया। जिसका खामियाजा अब वार्ड क्रमांक 9, 10 और 12 के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस उमस भरी गर्मी से दिन भर बिजली की आंख-मिचौली से लोग परेशान है। बिजली विभाग के इस निर्णय से अब खुद विभाग पर ही उंगली उठने लगे है। लोगों का आरोप है कि, विभाग चुनिंदा लोगों को खुश करने के लिए यह निर्णय ली है।
उल्लेखनीय है कि, रामानुजगंज नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 9,10 और 12 में बिजली की आंख-मिचौली से वार्डवासी परेशान है। वजह मस्जिद रोड में पिछले 35 से 40 साल पुराने लगे ट्रांसफार्मरों को अचानक हटाया जाना। एक ट्रांसफार्मर मस्जिद के कॉर्नर पर दूसरा वार्ड पार्षद पवन गुप्ता के मकान के पास लगा हुआ था। जिन्हें विद्युत विभाग ने हटाकर नगर पालिका शौचालय के पास और दूसरा रामानुजगंज एसडीएम आवास के पास शिफ्ट कर दिया गया।

विरोध के बावजूद हटाए गए ट्रांसफार्मर
स्थानीय निवासी एवं जनप्रतिनिधियों ने विद्युत विभाग के इस निर्णय का विरोध किया था। लोगों का मांग था कि, ट्रांसफार्मर को न हटाकर इसका भार बढ़ाया जाए। वार्डवासी शाहिद खान के अनुसार, यहां से बिजली आपूर्ति वर्षों से सुचारू रूप से चल रहा था। लेकिन विभाग के द्वारा मनमाने तरीके से बीते 10 सितंबर को दोनों ट्रांसफार्मर को अपने स्थान से करीब 1.5 किलोमीटर दूर शिफ्ट कर दिया गया। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बिजली की आंख-मिचौली से लोग परेशान
विद्युत विभाग के द्वारा हटाए गए दोनों ट्रांसफार्मर के बाद तीनों वार्डों की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चारमरा गई है। फिलहाल बलरामपुर जिले में दिन के समय भीषण उमस भरी गर्मी पड़ रही है। वार्डों में कभी बिजली गुल तो कभी कम वोल्टेज के कारण घरेलू उपकरण जैसे फ्रिज, कूलर अन्य मशीनें ठप पड़ गई है। जिससे लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही हैं। वार्डवासी शाहिद खान ने विद्युत विभाग पर आरोप लगाया है कि, कुछ चुनिंदा लोगों को बिजली विभाग खुश करने के लिए तीनों वार्डों के सैकड़ों लोगों को परेशान कर रही है। जिसका खामियाजा यहां के लोगों को भीषण गर्मी की मार झेलने पड़ रहा है।
आंदोलन की चेतावनी
विद्युत विभाग से नाराज वार्डवासियों ने स्पष्ट किया है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन एवं विद्युत विभाग की होगी।
अधिकारियों का गोलमोल जवाब
इस विषय पर जब बिजली विभाग के जेई अभिषेक से बात की गई तो उन्होंने कहा, मेरे समय में ट्रांसफार्मर शिफ्ट नहीं हुआ है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है, इसलिए मैं कुछ नहीं कह सकता। वहीं जिले के डीई प्रकाश अग्रवाल ने स्वीकार किया कि ट्रांसफार्मर हटाया गया है, लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें अभी समय लगेगा।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अधिकारी जानबूझकर समस्या का समाधान नहीं करना चाहते और वार्डवासियों को परेशानी में डाल रहे हैं। अब देखना यह है कि कब तक ट्रांसफार्मर अपनी मूल जगह पर पुनः स्थापित किया जाता है।
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