रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा विधायक डॉक्टर रमन सिंह को आज मंगलवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने उन्हें आसंदी तक लेकर पहुंचे। इस दौरान महंत ने कहा आप जहां बैठे हैं वो मेरा अतीत है।
छत्तीसगढ़ की षष्ठम विधानसभा का प्रथम सत्र आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रारंभ हुई । शपथ ग्रहण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने रमन सिंह का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए रखा। जिसका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी समर्थन किया है। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह पदभार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत डॉ. रमन सिंह को आसंदी तक लेकर गए। इसके बाद रमन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया।
आज मंगलवार से शरू हुए विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई। सत्र के पहले दिन विधानसभा के सभी 90 नव निर्वाचित विधायकों ने शपथ ली।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। इसके बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत को शपथ दिलवाई।अधिकांश विधायकों ने हिंदी में शपथ ली, जबकि उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत सहित कई विधायकों ने छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। कांग्रेस की विधायक विद्यावती सिदार, गुरु खुशवंत साहेब और प्रेमचंद पटेल ने संस्कृत में शपथ ली।
बीस दिसंबर को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण होगा। 21 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर चर्चा, वित्तीय कार्य के साथ अन्य शासकीय कार्य किए जाएंगे।
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