पलामू। जिले में चौकीदार पद के सफल अभ्यर्थियों का आंदोलन बुधवार तीसरे दिन भी जारी रहा। अंतिम मेधा सूची जारी कर नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर समाहरणालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला प्रशासन के ज्ञापांक 77 के माध्यम से पुनः शारीरिक दक्षता परीक्षा लेने को लेकर लिए किए गए निर्णय को रद्द करने की मांग की गई।
सफल चौकीदार संघ पलामू के बैनर तले सफल अभ्यर्थियों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी तरीके से होने के बाद अचानक से शारीरिक दक्षता परीक्षा फिर से लेने का निर्णय कहीं से भी सही नहीं है। पूर्व की निर्धारित तिथि में प्रक्रिया पूरी कर 215 अभ्यर्थी सफल हुए हैं इनमें से 155 की मेरिट लिस्ट तैयार कर बहाली करनी है।
अभ्यर्थियों ने कहा कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा भी किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होने से संबंधित पत्र जारी किया गया है। इसके बावजूद जिले के उपायुक्त तानाशाही रवैया अपनाते हुए सफल अभ्यर्थियों की अंतिम मेधा सूची जारी कर नियुक्ति पत्र प्रदान करने की जगह शारीरिक दक्षता परीक्षा की नई तिथि घोषित कर मनमानी पर उतर गए हैं। उनकी मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। जब तक अंतिम मेधा सूची जारी करके नियुक्ति पत्र प्रदान नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन चलाया जाएगा। अभ्यर्थियों ने बताया कि पलामू जिले को छोड़कर झारखंड के अन्य जिलों में बहाली प्रक्रिया पूरी कर दी गई है।
चौकीदार अभ्यर्थियों के अनुसार, दो माह पहले बहाली प्रक्रिया पूरी की गयी। 18 सितंबर को लिखित परीक्षा ली गयी। 29 सितंबर को दौड़ प्रतियोगिता हुई, जबकि 30 को शैक्षणिक एवं अन्य कागजातों के साथ मेडिल जांच करायी गयी। दो माह बाद 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के आदर्श आचार संहिता खत्म होते ही चौकीदार बहाली निकालने वाले अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी रद्द कर दी गयी।
अभ्यर्थियों ने कहा कि एक अक्टूबर को सदर एसडीओ के द्वारा बताया गया था कि बहाली प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ हुई है। इसके बावजूद नये सिरे से परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया। वापस नहीं होने पर आत्मदाह करने पर मजबूर हो जायेंगे। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो नये सिरे से परीक्षा देने की स्थिति में नहीं हैं। उनके साथ घोर अन्याय होगा।
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