बलरामपुर, अनिल गुप्ता : जल संसाधन विभाग के पूर्व अधिकारी ने पता नहीं और कितने गुल खिलाए हैं. सूत्रों से खबर आ रही है कि अजय गायकर पूर्व जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता थे. उन्होंने विभाग में रहते हए नियम के विरुद्ध कई काम किए. इस संबंध में सूत्र यह भी बताते हैं कि उनके अधिकारी रहते हुए 32 एसी, कुर्सी, टेबल, कंप्यूटर एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के की सामान की खरीदारी की गई. बताया जा रहा है कि इन सामानों कि कीमत लगभग 31 लाख रूपए है. बिना निविदा प्रक्रिया अपनाएं एक ही दिन कई बिल कटवा दिए गए. जो अनियमितता प्रक्रिया है. यह तो कुछ भी नहीं कागजों में भी फर्जी रूप से भुगतान भी कर दिया गया.
एफआईआर कर चुका हूं: कार्यपालक अभियंता
इस बारे में जब जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता एनसी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले में थाना रामानुजगंज में रखड़ा दर्ज करा चुका हूं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसमें मेरा कुछ भी बोलना उचित नहीं होगा. जब इस मामले में अजय गायकर से हमारे प्रतिनिधि ने पक्ष जानना चाहा तो उनका फोन बंद बताया.
अब मामला चाहे जो भी हो, पुलिस की जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा. मगर जहां गरीब गर्मी में पंखा खरीदने के लिए उसे अपनी जेब को दस बार देखना पड़ता है और उसी गरीब की पैसों से अधिकारी 32 एसी डकार जाते हो, तो सवाल उठाना तो लाजमी है, क्योंकि जनाब ये पैसा आपका नहीं है. ये पैसा है गरीबों के खून पसीने की कमाई का. वो टैक्स देते है तभी आपके घरों की रोटी जलती है. फिलहाल पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.
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