रांची (विष्णु पांडेय) : राजधानी रांची हिंदपीढ़ी में जो पूरी तरह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, यहां पर मुस्लिम और अन्य गरीब बच्चो को शिक्षित करने के ख्याल से 15 जनवरी 1998 को संत जीएम स्कूल की स्थापना मो. अर्श के के द्वारा की गई थीं. इलाके में रहने वाले मध्यम वर्ग के गरीब परिवारों के मद्देनजर बेहद कम फीस में विद्यालय की शुरुवात की गई थी, आज पच्चीस वर्ष में एक बड़े स्कूल के रूप में और बहुत ही सुचारू ढंग से पढ़ाए जानें के नाम से प्रसिद्ध है। विद्यालय में अनुशासन से बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है, साथ ही कला, साहित्य, हिन्दी, इंग्लिश, उर्दू और संस्कृत की भी पढ़ाई कराई जाती है.
स्कूल के डायरेक्टर मो. अर्श ने बताया कि यह बहुत ही गौरव और सम्मान की बात है कि असीम सफलताओ के साथ विद्यालय ने 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं, हमारी स्कूल की सफलता के पीछे हमारे स्कूल का हर एक शिक्षक, अभिभावक और बच्चों के साथ-साथ हर व्यक्ति का सम्मान मिला है, क्योंकि एकजुट होकर काम करने पर ही सफलता मिलती है, आगे उन्होंने कहा हम अपने छात्र-छात्राओं के लिए बस इतना ही कहना चाहता हू कि छात्रा-छात्राओं को अपने जीवन में सबसे आगे बढ़े और अपना और अपने परिवार का, अपने क्षेत्र का, अपने देश का नाम रोशन करें और एक अच्छे नागरिक बनकर प्रस्तुत हो.
इसके साथ ही स्कूल में आए बच्चे के पेरेंट्स और सभी स्कूल के निदेशक और प्रिंसिपल ने जमकर की तारीफ कहां डायरेक्टर मो. अर्श और प्रिंसिपल नसीमा अर्श जिन्होंने हिंदपीढ़ी जैसे मुस्लिम इलाके में लड़का एवं लड़कियों को दिखाया शिक्षा का ख्वाब, दिन रात मेहनत कर संत जी. एम. स्कूल को दिलाई एक अलग पहचान.
मौके पर वार्ड नंबर 23 के पार्षद डॉक्टर साजदा खातून, डॉक्टर तारिक हुसैन सचिव अंजुमन इस्लामिया रांची, मोहम्मद मसूद कच्छी प्रिंसिपल सिटी पब्लिक स्कूल रांची, मोहम्मद उस्मान डायरेक्टर केएमसी पब्लिक स्कूल रांची, सना परवीन प्रिंसिपल ऑफ रांची पब्लिक स्कूल रांची, शबनम मैम प्रिंसिपल ऑफ रांची पब्लिक स्कूल रांची, सैयद अंसार उल्लाह डायरेक्टर पारामाउंट पब्लिक स्कूल रांची, मोहम्मद महताब आलम आफाक अकैडमी स्कूल रांची, अशरफ खान मीडिया प्रभारी संत जी. एम. स्कूल रांची और इसके साथ विद्यालय परिवार के शिक्षकगण एवं अभिभावकगण इस कार्यक्रम में उपस्थित थे.
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