रांची : खतियान जोहार यात्रा की आज से शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन जनता को आभार जताने के लिए गढ़वा से खतियानी जोहार यात्रा शुरू कर रहे हैं। इस यात्रा को आशीर्वाद यात्रा भी कहा जा रहा है मुख्यमंत्री जनता से आशीर्वाद लेने के लिए इस यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। आज गढ़वा से इस यात्रा की शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री 9 नवंबर को पलामू, 10 को गुमला, 11 को लोहरदगा, 15 को गोड्डा और 16 दिसंबर को देवघर में खतियानी जोहार यात्रा लेकर पहुंचेंगे।
इसी यात्रा का दूसरा चरण जनवरी में नौ और फरवरी में नौ जिलों की यात्रा होगी। उनके साथ ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम और श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी होंगे। यात्रा के दौरान हेमंत जिला स्तर पर विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। विकास योजनाओं का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सचिव, उच्च अधिकारियों और जिला अधिकारियों को मौजूद रहने का निर्देश दिया है, ताकि लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सके।
मूलभूत सुविधाओं की गतिविधियों पर भी फोकस
यात्रा के दौरान सीएम उत्कृष्ट विद्यालय, मॉडल स्कूल व अन्य सरकारी स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों, छात्रावास, पेयजल आपूर्ति, सड़क और पुल की स्थिति, सिंचाई, पुलिस स्टेशन, आंगन बाड़ी केंद्र, जनवितरण प्रणाली की दुकान सहित आम लोगों से जुड़ी मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, पशुधन विकास योजना, सर्वजन पेंशन योजना, केसीसी, कृषि ऋण माफी योजना, मनरेगा, स्कौलरशिप, पर्यटन, खेल व अन्य गतिविधियों की भी जानकारी लेंगे।
मुख्य सचिव ने पत्र जारी किया
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने मुख्यमंत्री के पहले चरण की यात्रा को लेकर गढ़वा, पलामू, गुमला, लोहरदगा, गोड्डा एवं देवघर के डीसी व एसपी को पत्र जारी किया है.आज मुख्यंत्री दिन के 12 बजे सीएम गढ़वा पहुंचेंगे. शाम छह बजे पड़ोसी जिला पलामू पहुंचेंगे. वहां रात में जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण करेंगे. रात्रि विश्राम पलामू में करेंगे. अगले दिन सीएम दिन के 11 बजे दोनों जिलों की समीक्षा बैठक करेंगे.
अहम है यात्रा
आज से शुरू हो रही खतियानी जोहार यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीधे जनता से संवाद करने में लगे हैं। इससे पहले आफकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत भी मुख्मयंत्री ने लगातार कई जिलों में कार्यक्रम किया और सीधे जनता से जुड़ने की कोशिश की। कार्यकाल के तीन वर्ष पूरा होने से पहले इस जोहार यात्रा के कई मायने हैं। झारखंड सरकार ने जनता की भावनाओं से जुड़े कई अहम फैसले लिये हैं. इसमें सबसे खास है 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति और ओबीसी के आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने का फैसला।
इन दोनों फैसलों से जुड़े बिल को सदन का विशेष सत्र बुलाकर पास कराया गया था. इसके अलावा ओल्ड पेंशन स्कीम भी लागू किया गया है। मुख्यमत्री इन फैसलों को जनता के बीच पहुंचाकर अपनी पकड़ी और मजबूत करना चाहते हैं। साथ ही मुख्यमंत्री इस यात्रा के जरिए लोगों को योजनाओं का लाभ कैसे मिले, कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सरकारी योजना पहुंचे इसकी भी समीक्षा करेंगे।