हजारीबाग। हजारीबाग पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और ठगी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 45 लाख रुपए ठगने, युवाओं को अवैध डंकी रूट से अमेरिका भेजने और फिर माफिया के जरिए उन्हें बंधक बनाए जाने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला टाटीझरिया थाना कांड संख्या 32/25 (दिनांक: 31/07/2025) के तहत दर्ज किया गया है।
अमेरिका का सपना बना डरावना सफर
वादी सोनू कुमार ने पुलिस को बताया कि भराजो निवासी उदय कुमार कुशवाहा, जो पिछले 45 वर्षों से अमेरिका में रहते हैं, ने वर्ष 2024 में उसे, विकास कुमार (पुत्र दर्शन प्रसाद) और पिंटू कुमार (निवासी जरगा) को अमेरिका में नौकरी दिलाने का लालच देकर फर्जी दस्तावेज बनवाए। तीनों को दिल्ली से ब्राज़ील भेजा गया, जहां से स्थानीय माफियाओं के जरिए कोलंबिया, पेरू, होंडुरास, ग्वाटेमाला होते हुए अमेरिका तक की खतरनाक यात्रा कराई गई।
फिरौती के लिए बेची गई जमीन
ब्राजील पहुंचने के बाद उदय ने सोनू के पिता से अमेरिका से कॉल कर 45 लाख रुपए की मांग की। पैसे नहीं देने पर बेटे को भूला देने की धमकी दी गई। मजबूरन गरीब पिता ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर यह राशि उदय के रिश्तेदारों – चोहन प्रसाद, शंकर प्रसाद, लालमोहन प्रसाद और दर्शन प्रसाद को पहुंचाई।
अमेरिका में हुआ डिटेंशन, फिर डिपोर्ट
पैसे देने के बावजूद सोनू को अमेरिका में सीमा पार करते समय अमेरिकी बॉर्डर पुलिस ने पकड़ लिया और डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया, जहां वह चार महीने तक बंद रहा। मार्च 2025 में उसे अमेरिका से भारत डिपोर्ट कर दिया गया।
घर लौटने पर ठगी का खुलासा
जब सोनू अपने घर लौटा और पैसे की मांग करने गया, तो उदय और उनके सहयोगियों ने न सिर्फ मारपीट की बल्कि जान से मारने की धमकी दी। तब उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तार पांच आरोपी : उदय कुमार कुशवाहा – मुख्य साजिशकर्ता (वर्तमान निवासी – अमेरिका, पैतृक – भराजो)। दर्शन प्रसाद – बुध बाजार। लालमोहन प्रसाद – केसडा। चोहन प्रसाद – भराजो। शंकर प्रसाद – मेरु
बरामदगी : सैमसंग, रेडमी, मोटोरोला समेत मोबाइल फ़ोन। व्हाट्सएप चैट्स के स्क्रीनशॉट। अवैध रूप से भेजे गए लोगों की सूची वाली नोटबुक। एक्सिस बैंक और एसबीआई में डिपॉजिट रसीदें। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के डिजिटल साक्ष्य।
छापामारी दल में शामिल अधिकारी : बैजनाथ प्रसाद – अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, विष्णुगढ़। सरोज सिंह चौधरी – थाना प्रभारी, टाटीझरिया। पवन कुमार – अनुसंधानकर्ता। कुनाल किशोर – थाना प्रभारी, मुफस्सिल। रिजर्व गार्ड : संजय कुमार, टिंकू कुमार।
तकनीकी शाखा: कादिर हुसैन अंसारी, मोनू कुमार।
अब तक भेजे गए बारह युवाओं की सूची :
(सभी को डंकी रूट से अमेरिका भेजा गया)
दिगंबर कुशवाहा (2018), राजकुमार कुशवाहा (2013), नंदू कुमार (2022), पप्पू कुमार (2022), चंदन कुमार (2022), शंभु दयाल (2022), पृथ्वी राज कुशवाहा उर्फ सोनू (2022), संजय वर्मा (2022), सुमन सौरभ प्रसाद (2022), प्रवीण कुमार (2022), अरुण कुमार कुशवाहा (2019), धीरज कुमार (2019)
पुलिस का बयान : “यह गिरोह युवाओं को झूठे सपनों में फंसा कर मानव तस्करी में धकेल रहा था। आगे की छानबीन जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी संभावित है।”
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