गंगटोक। सिक्किम में तीस्ता नदी में आई विनाशकारी बाढ़ की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। वहीं 26 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि 105 लोग अब भी लापता हैं।
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से रविवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पांचवें दिन तीस्ता नदी में आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या 33 पहुंच गई है। मृतकों में मंगन जिले के 4, गंगटोक जिले के 6 और नामची जिले के 2 लोग शामिल हैं। सबसे ज्यादा 21 लोग पाकिम जिले से हैं, जिनमें 9 सेना के जवान भी शामिल हैं।
बाढ़ से 90 गांव/वार्ड/नगर पंचायत के 60,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण 1,655 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनमें से 1,320 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अब तक कुल 2,707 लोगों को बचाया गया है और 6,847 लोग 28 राहत शिविरों में हैं।
सिक्किम की वास्तविक स्थिति का विवरण लेने के लिए सिक्किम आये भारत सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने आज उत्तरी जिला अंतर्गत नागा में प्रकोप प्रभावित स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से राज्य के सभी प्रभावित परिवारों को राहत और सहायता का आश्वासन दिया।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज डिक्चू के बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और वहां की वास्तविक स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जिन परिवारों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हैं, उन सभी परिवारों को तत्काल राहत के तौर पर 50,000 रुपये दिये हैं और मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को अपनी तरफ से 10-10 हजार रुपये की तत्काल सहायता भी प्रदान की।
इस बीच उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में फंसे पर्यटकों को निकालने का काम शुरू किया गया है। 04 अक्टूबर की तबाही में सड़क संपर्क टूट जाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से घुमने आए पर्यटक फंस गए थे।
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