रांची: बिजली की समस्या से पूरी रांची जूझ रही है। रांची शहर में 24 घंटे की जगह पर मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली मिल रही है। डीवीसी और एनटीपीसी से बिजली सप्लाई कम होने के कारण बिजली संकट पूरे जिला में बना हुआ है। समान्य दिनों में जहां राजधानी में 270 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, अब 240-250 मेगावाट ही बिजली मिल रही है। जबकि रांची के ग्रामीण क्षेत्र में समान्य दिनों में जहां 130 से 140 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, अब 100 से 110 मेगावाट ही मात्र बिजली सप्लाई हो रही है। नामकुम से समान्य दिनों में 100-120 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, पर वर्तामान में महज 80 से 90 मेगावाट ही बिजली सप्लाई हो रही है। बिजली नहीं मिलने के कारण लोग काफी परेशान है।
विभाग के ट्रांसमिशन के जीएम मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सेंट्रल लेवल से बिजली कम मिलने के कारण परेशानी उत्पन्न हो रही है। देशभर में बिजली का संकट गहरा रहा है। यह सेंट्रल लेवल का मामला है। हालांकि आम आदमी बिजली के लिए विभाग को दोषी समझेगा।
केतारी बगान, मनिटोला में घंटों बिजली रही गुल
रांची शहर में बिजली की समस्या बनी हुई है। रविवार को शहर के कई क्षेत्रों में बिजली घंटों गुल रही है। नामकुम के केतारी बगान में एलटी वायर जल जाने के कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली नहीं मिल सकी। लगभग ढाई बजे बिजली सप्लाई दोबारा बहाल हो पाया। वहीं डोरंडा मनिटोला फिरदौस नगर में शाम के 5 बजे से रात 9 बजे तक बिजली गुल रही। इसके साथ ही पीक आवर में कोकर, चुटिया, रातू रोड, हरमू, बरियातू, नामकुम, पिस्का मोड आदि क्षेत्रों में घंटों बिजली आती-जाती रही। बिजली नहीं होने के कारण बिजली से होने वाली समस्याएं बरकरार रही। लोग दिनभर परेशान रहे।
क्या कहते है अधिकारी
जीएम ट्रांसमिशन मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि सेंट्रल लेवल से कम मिलने के कारण शहर में बिजली की समस्या बनी हुई है। इसे जल्द निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। शहर में बीस से तीन मेगावाट कम बिजली मिल रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 20-22 मेगावाट कम बिजली मिल रही है। सबसे अधिक पीक आवर में बिजली की समस्या बनी हुई है।