नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज संयुक्त राज्य अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। वो वहां क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे। उनका प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत का कार्यक्रम भी तय है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी छठे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने और संयुक्त राष्ट्र ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करने के लिए अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं।
इससे कुछ समय पहले विदेशमंत्री जयशंकर ने एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका के कार्यक्रम की सूचना साझा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में क्वाड शिखर सम्मेलन, सामुदायिक कार्यक्रम, भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के साथ अन्य द्विपक्षीय बैठकों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
अमेरिका से सूचना है कि इस समय न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड के नासाउ वेटरंस मेमोरियल कोलिजीयम में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय अमेरिका का यात्रा के दौरान 22 सितंबर को यहां प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे।
विलमिंगटन में हो रहा है क्वाड शिखर सम्मेलन
प्रधानमंत्री मोदी विलमिंगटन (डेलावेयर) में छठे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने गृहनगर में कर रहे हैं। भारत 2025 में क्वाड लीडर्स समिट की मेजबानी करेगा। क्वाड में चार देश आस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका शामिल हैं।
क्वाड में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका
अमेरिका ने कहा कि वह क्वाड में भारत को अगुआ के रूप में देखता है और चार देशों के इस समूह में उसकी भूमिका के लिए आभार व्यक्त करता है। सम्मेलन में आस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में वरिष्ठ निदेशक मीरा रैप-हूपर ने ने कहा, ”जब भारत की अपेक्षित भूमिका की बात आती है तो हम क्वाड के भीतर उसे अगुआ के रूप में देखते हैं।”
अगले साल भारत करेगा मेजबानी
क्वाड देशों के नेता बांग्लादेश के घटनाक्रम पर भी चर्चा कर सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन क्वाड नेताओं से अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। इस बार क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत को करनी थी। वाशिंगटन के आग्रह पर भारत अगले वर्ष सम्मेलन की मेजबानी करेगा।