कोडरमा, अरुण सूद। विधायक सह झारखंड की पूर्व शिक्षामंत्री डॉ नीरा यादव ने इस बार जिला एवं राज्यस्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित नहीं किए जाने पर गहरा अफसोस जताया है। साथ ही इसे राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भागीदारी निभानेवाले शिक्षकों एवं शिक्षा के प्रति राज्य सरकार की घोर उदासीनता बताया है। एक बयान जारी कर उन्होंने कहा कि राज्य कि हेमंत सरकार ने पहले तो पुरस्कार के लिए शिक्षकों की संख्या कटौती की और इस बार तो पूरी तरह से शिक्षक दिवस जैसे पावन अवसर पर शिक्षकों को भूला दिया।
नीरा यादव ने कहा कि रघुवर दास की सरकार में राज्यस्तर पर प्राथमिक एवं उच्च विद्यालय के तीन-तीन शिक्षकों को नगद राशि एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाता था। इसके अलावा जिला स्तर पर दस-दस एवं प्रखंड स्तर पर भी पांच-पांच शिक्षकों को नगद राशि एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाता था। हेमंत सरकार ने पहले तो शिक्षकों की संख्या में
कटौती कर जिला स्तर पर दो एवं राज्य स्तर पर केवल तीन शिक्षकों को पुरस्कृत करने का आदेश जारी किया। वहीं इस बार तो ज्ञात हुआ है कि सम्मान एवं पुरस्कार के लिए विभाग स्तर से कोई पत्र ही जारी नहीं किया गया, जिसके कारण पूरे राज्य में इस बार शिक्षक दिवस पर एक भी एक भी शिक्षकों का सम्मान नहीं होगा। यह स्थिति काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
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