भागलपुर। भागलपुर के सातों विधानसभा सीट से महागठबंधन का सुपड़ा साफ हो गया है। इन सातों विधानसभा सीट पर एनडीए के प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर एक नया इतिहास रच दिया है। इस जीत को लेकर एनडीए खेमे में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
एनडीए समर्थक ढोल नगाड़े बजाते हुए एक दूसरे के ऊपर अबीर गुलाल लगाते देखे जा रहे हैं। वहीं एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई भी दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के खेल में निराशा देखी जा रही है। जिले के भागलपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी अजीत शर्मा को भाजपा के रोहित पांडे ने पराजित किया। वहीं बिहपुर से भाजपा प्रत्याशी इंजीनियर शैलेंद्र ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल करते हुए वीआईपी के अपर्णा कुमारी को पराजित किया।

राजद को छोड़ जदयू का दामन थामने वाले शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने वीआईपी के प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव को पराजित किया। कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में जदयू प्रत्याशी शुभानंद मुकेश ने राजद प्रत्याशी रजनीश भारती को पराजित किया। पिरपैंती विधानसभा से भाजपा के मुरारी पासवान ने राजद के रामविलास पासवान को पराजित किया।
नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से लोजपा आर के प्रत्याशी मिथुन यादव ने राजद के जेड हसन को पराजित किया। वहीं सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू के ललित मंडल ने रजत के चंदन सिन्हा को पराजित किया है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक विधानसभा में इवीएम के मतों की गिनती के लिए 14 टेबल तथा पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए पांच टेबल लगाया गए थे।

इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा वार 21 टेबल मतों की गिनती के लिए लगाए गए थे। इवीएम से मतों की गिनती के लिए प्रत्येक टेबल पर तीन मतगणना कर्मी लगाए गए थे। वोटों की गिनती के लिए एक माइक्रो आब्जर्वर, एक सुपरवाइजर और एक काउंटिंग असिस्टेंट मौजूद थे। पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए प्रत्येक टेबल पर एक माइक्रो आब्जर्वर, एक सुपरवाइजर और दो काउंटिंग असिस्टेंट लगाए गए थे। उधर भागलपुर के दोनों मतगणना केंद्र राजकीय पालिटेक्निक, बरारी तथा महिला आइटीआइ, बरारी पर पुख्ता सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी।
शुक्रवार को आठ बजे पूर्वाह्न से मतगणना शुरू हुई। भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में 28 राउंड की मतगणना हुई। कहलगांव और पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र में 30 से 32 राउंड की मतगणना हुई। गोपालपुर और बिहपुर विधानसभा क्षेत्र की लगभग 24 से 26 राउंड की मतगणना हुई। सुबह दस बजे से रूझान आना शुरू हो गया था। पहला रूझान पोस्टल बैलेट के जरिए आया। मतगणना केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था थी। पहले घेरे में केंद्रीय अर्धसैनिक बल, दूसरे घेरे में बिहार सैन्य पुलिस एवं तीसरे घेरे में जिला पुलिस बल की तैनाती की गई थी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 60 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए थे। जगह-जगह मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे।
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