हजारीबाग : डीएवी पब्लिक स्कूल के क्रिएटिव राइटिंग क्लब के सहयोग से द रीडिंग क्लब की ओर से संयुक्त रूप से साहित्य कॉन्क्लेव ‘प्रतिबिंब’ का आयोजन किया गया. इस लेखक संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्य अतिथि डीसी नैंसी सहाय और ट्रेनी आईएएस शताब्दी मजूमदार ने किया.
मुख्य अतिथि डीसी ने कहा कि यह वास्तव में छात्रों को अपनी रुचि विकसित करने के लिए प्रेरित करने वाला एक अद्भुत कार्यक्रम है. उन्होंने यह भी कहा कि रचनात्मकता किसी भी क्षेत्र में हो सकती है, महत्वपूर्ण बात यह है कि इस क्षमता का सफलतापूर्वक प्रयोग किया जाए. ट्रेनी आईएएस ने सुझाव दिया कि उन्हें पढ़ने और लिखने की गतिविधियों में शामिल होना चाहिए, क्योंकि ये दो कौशल उन्हें रचनात्मक, विकास में सहयोगी सिद्ध हो सकते हैं.
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् पद्मश्री बुलू इमाम ने बच्चों को प्रतिदिन डायरी प्रविष्टि बनाए रखने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यह रचनात्मकता का पहला चरण है और स्कूली शिक्षा की अवधि सबसे अच्छी अवधि है.
प्रसिद्ध लेखक रतन वर्मा और प्रो. सुबोध सिंह शिवगीत दोनों ने इस बात पर बल दिया कि सृजनात्मकता की शक्ति प्रत्येक व्यक्ति में निहित होती है. इसके पोषण के लिए अनुकूल वातावरण स्कूल पेश करता रहा है. इस विद्यालय के अनेक विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर लेखक के रूप में नाम और ख्याति अर्जित की है.
कार्यक्रम में प्रसिद्ध शोधकर्ता शुभाशीष दास भी शामिल हुए. मुख्य अतिथि एवं सम्मानित अतिथियों ने डीएवी सीएमसी की शिक्षा अकादमी निदेशक निशा पेशिन की लिखित ‘लेट देम फ्लाइ’ का लोकार्पण किया. इस अवसर पर स्कूल के हिंदी शिक्षक बलदेव पांडेय की लिखित ‘छायावाद का शताब्दी वर्ष एवं शिक्षिका पूनम सिन्हा की पुस्तक ‘कुछ तो है’ का भी लोकार्पण किया गया. स्कूल के प्राचार्य अशोक कुमार ने सभी का स्वागत किया और डॉ. निशा पेशिन निदेशक अकादमिक डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली की लिखित प्रसिद्ध पुस्तक “लेट देम फ्लाई” की समीक्षा में कहा कि यह वास्तव में अकादमिक संस्थान से जुड़े सभी शिक्षा कर्मी एवं शिक्षा पदाधिकारियों के लिए एक अच्छी किताब है. यह पुस्तक विशेष रूप से बच्चों के समग्र विकास के बारे में बात करती है.
इस अवसर पर जीवन को आकार देने में साहित्य की भूमिका, विविधता की खुशी और छात्रों में रचनात्मकता विकसित करने का अवसर विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया. कुछ सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे नृत्य नाटक, एकल शास्त्रीय और सरस्वती वंदना भी छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गईं. विद्यालय की हेड गर्ल की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. सं इस कार्यक्रम के आयोजन में पर्यवेक्षी प्रमुख संपा श्रीवास्तव, पार्षद किरण मिश्रा, समन्वयक मनोज खंडेलवाल, अनन्या मुखोपाध्याय और अन्य शिक्षकों ने अग्रणी भूमिका निभाई.