हजारीबाग : हजारीबाग के जिला स्कूल मैदान में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चार दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के समापन समारोह में मंगलवार को देश के युवा आइकॉन सह सामाजिक उद्यमी शरद विवेक सागर ने परिषद के सदस्यों को संबोधित किया. उन्होंने स्वामी विवेकानंद के किए गए सामाजिक कार्यों के बारे में छात्रों को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही राष्ट्र निर्माण हो सकता है. वहीं उन्होंने अपना परिचय देते हुए कहा कि हजारीबाग और विद्यार्थी परिषद से उनका पुराना संबंध रहा है. जन्म के बाद दो-तीन माह तक हजारीबाग में रहे. जन्म से पिता परिषद के सदस्य रहे हैं. ऐसे में उनका लालन-पालन भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्कार से जुड़ा रहा है.
स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानने वाले शरद विवेक सागर ने कहा कि 130 वर्ष पहले तीन दिनों तक विवेकानंद ने कन्याकुमारी में साधना की थी और चिंतन में भारत के भविष्य पर मंथन किया. उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य उतना ही सुंदर है, जितना इसका अतीत गौरवशाली. उन्होंने अपने संबोधन में कर्म योग पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत को कर्म योगी की आवश्यकता है. गुलामी के अधिकार में वे लोग डूबे हुए थे. लेकिन आज हम विश्व को मार्ग दिखा रहे हैं.
परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, अंबेडकर, नेहरू समेत कई लोगों ने विदेशों में जाकर शिक्षा प्राप्त की. लेकिन उनमें से कुछ लोग देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया. इसका कारण उन्होंने शिक्षा को देश से जोड़ कर देखा था. इस कारण आज की युवा पीढ़ी को भी अपनी शिक्षा को राष्ट्र से जोड़कर देखना चाहिए. हमें सेवक के रूप में काम करना चाहिए.
छात्रों को उन्होंने कहा कि शिक्षा को स्वाबलंबन से जोड़ना चाहिए. नए कार्य क्षेत्र में हम लोगों को जुड़ जाना चाहिए, तीन आदर्शों को आत्मसात करने का पढ़ाया पाठ
देशभक्ति के लिए उन्होंने तीन आदर्शों का पाठ पढ़ाया. पहला दूसरों की पीड़ा देखकर खुद भी दु:खी होना चाहिए. दूसरा पीड़ा दूर करने का उपाय सोचना चाहिए और तीसरा अगर आप काम में लग गए तथा कोई कठिनाई सामने आती है, तो उस काम को चुनौती समझकर आगे बढ़ना चाहिए.
परिषद में उन्होंने शिक्षा की गंभीरता, समाज उपयोगी शिक्षा पर विशेष रूप से बल दिया. उन्होंने कहा कि परिषद विचार भाव देता है. नेतृत्व की क्षमता अधिवेशन से मिलती है .
इस दौरान उन्होंने शिक्षा, जी-20 समिट, क्रिकेट समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की और कहा कि आने वाले दिनों में भारत विश्व गुरु तभी बनेगा, जब छात्र शिक्षित होंगे. हमारी पिछली पीढ़ी ने जो गलती की है, उसे सुधारने की जरूरत है. आप जब अधिवेशन के बाद अपने घर लौटें, तो राष्ट्रहित, राष्ट्र सेवा, संगठन को मजबूत करना और भविष्य में देश की तरक्की को लेकर संकल्प लें, तभी यह अधिवेशन पूरा होगा.
देश हित के लिए काम करें, तभी भारत विश्व गुरु बनेगा : मनीष जायसवाल
चार दिवसीय अधिवेशन के समापन समारोह में सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि परिषद बेहतर लोगों की फैक्ट्री है. आज सदन में बैठनेवाले प्रतिनिधि भी कभी इसी परिषद के सदस्य थे. आने वाले दिनों में परिषद के कार्यकर्ताओं में ही सांसद, विधायक और पदाधिकारी बनेंगे. ऐसे में लोगों को संकल्प लेने की जरूरत है कि देश हित के लिए काम करें तभी भारत विश्व गुरु बनेगा.
चार दिवसीय अधिवेशन में बहुआयामी तस्वीरों की झलक
चार दिवसीय अधिवेशन में बहुआयामी तस्वीरों की झलक देखने को मिली. इसमें लगभग 2000 से अधिक छात्र-छात्राएं और शिक्षक उपस्थित हुए. पिछले चार दिनों से कई तरह के सत्र का आयोजन किया गया. इसमें छात्र वर्तमान समय की समस्याएं, उनका निदान और समाज में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने जैसे विषयों पर चर्चा की गई. अधिवेशन के दौरान छात्र नेताओं ने राज्य सरकार पर निशाना भी साधा, तो केंद्र सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. चार दिवसीय अधिवेशन में छात्र और छात्राओं के रहने के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी. पूरे जिला स्कूल परिसर को भव्य रूप से सजाया गया. हजारीबाग में तीसरी बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रांतीय अधिवेशन हुआ. आयोजन के दौरान भव्य, राष्ट्रप्रेम से जुड़ी और संदेशपरक शोभायात्रा भी निकाली गई. छात्र-छात्राओं का हजारीबाग वासियों ने दिल खोलकर स्वागत किया.
कार्यक्रम के दौरान सिर्फ हजारीबाग ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य उपस्थित हुए. उन्होंने परिषद के सदस्यों को मूल मंत्र दिया, कैसे देश की समस्याओं पर काम करना है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रतिफल क्या होगा, इस पर भी विचार किया गया.
कौन हैं यूथ आइकॉन शरद विवेक सागर
शरद विवेक सागर एक भारतीय युवा आइकॉन, विश्व प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी, विख्यात विचारक एवं प्रखर वक्ता हैं. सागर ने 16 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना की.
तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शरद सागर को ह्वाइट हाउस में आमंत्रित किया था. फोर्ब्स ने उन्हें विश्व के 30 सबसे प्रभावशाली युवाओं की सूची में शामिल किया. रॉकफेलर फाउंडेशन ने उन्हें अगली सदी के 100 इन्नोवेटर्स की सूची में जगह दी. नोबेल पीस सेंटर ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया. इंग्लैंड की महारानी ने उन्हें “क्वींस यंग लीडर्स” में शामिल किया. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने उन्हें कौन बनेगा करोड़पति में देश के सबसे युवा एक्सपर्ट के रूप में आमंत्रित किया. रामकृष्ण मिशन ने उन्हें अपने वार्षिक कैलेंडर में चित्रित किया और देश के प्रमुख अखबार दिव्य भास्कर ने उन्हें “21वीं सदी के विवेकानंद” की उपाधि दी. हालांकि, शरद सागर खुद को स्वामी विवेकानंद का सेवक एवं समर्पित कार्यकर्ता मानते हैं. 2021 में शरद सागर हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने जाने वाले पहले भारतीय बने.
भारत के हर जिले में स्थानीय नेतृत्व एवं प्रेरणास्रोत के निर्माण को समर्पित शरद सागर की संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल 70 लाख किशोरों एवं युवाओं को शैक्षणिक अवसरों से जोड़ती है एवं प्रशिक्षित करती है. संगठन के बच्चों ने दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों से 100 करोड़ से भी अधिक की छात्रवृत्ति प्राप्त की है.
संगठनात्मक नेतृत्व के अतिरिक्त शरद सागर को अंग्रेजी एवं हिंदी के फायरब्रांड वक्ता के रूप में जाना जाते है. एक औसत वर्ष में शरद सागर 20 से अधिक राज्यों में 250 से अधिक प्रमुख सार्वजनिक भाषण देते हैं.सोशल मीडिया पर सागर को पांच लाख से भी अधिक लोग फॉलो करते हैं और 2014 में सोशल मीडिया पर वेरिफाईड होने वाले भारत के पहले और सबसे युवा नेताओं में से एक थे.
प्रांतीय अधिवेशन में अभाविप की नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा, विद्या, टेक्नोलॉजी और क्षमताओं से भारत आगे बढ़ेगा : जयंत सिन्हा
Hazaribag : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 23वें प्रांतीय अधिवेशन में नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की गई. हजारीबाग से नवलेश सिंह प्रांत एसएफएस प्रमुख, अमित चौबे निजी विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख, मिलन मुंडा जी को जनजातीय सह प्रमुख और रितेश यादव को प्रादेशिक विश्वविद्यालय प्रमुख बनाया गया. वहीं प्रांत खेलकूद प्रमुख दीपक देवराज और विशेष आमंत्रित सदस्य संजय मेहता बने.
इससे पहले अभाविप के चार दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन समापन दिवस पर हजारीबाग लोकसभा के सांसद जयंत सिंहा जी ने कहा कि भारत माता की जय करने के लिए आपका जय होना, तरक्की और विकास होना चाहिए. जब आपकी तरक्की होगी, विकास होगा, चरित्र का निर्माण होगा, तभी भारत माता का जय साकार होगा. हमारे पास कोयला, जमीन, आयरन और वन संपदा है. अगर हमें आगे बढ़ना है, तो विद्या, टेक्नोलॉजी, क्षमताओं से आपकी कार्य कुशलता से आगे बढ़ेंगे. एबीवीपी का काम है कार्यकर्ताओं का चरित्र का निर्माण. संगठन भी आगे बढ़ेगा, हमारी विचारधारा भी आगे बढ़ेगी, तभी देश आगे बढ़कर विश्व गुरु बनेगा.
उन्होंने बताया कि 2023 में चाइना से अधिक आबादी भारत की होगी. आज भारत का प्रोडक्शन तीन ट्रिलियन डॉलर है और चीन का 15 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है. हमें अपनी कार्यकुशलता और क्षमता से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनानी है. उन्होंने रोजगार और आत्मनिर्भरता के चार रास्ते सरकारी सेक्टर, निजी सेक्टर स्टार्ट अप और स्वरोजगार को बताया.
वहीं प्रदेश संगठन मंत्री राजीव रंजन ने आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा प्रतिनिधियों के समक्ष साझा की.
अंत में वंदेमातरम गीत गाकर अभाविप के प्रदेश अध्यक्ष प्रो ओपी सिन्हा एवं प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत ने राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रान्त संगठन मंत्री राजीव रंजन समेत पूरे प्रतिनिधिगण उपस्थिति ध्वज समारोप कर अधिवेशन का समापन किया गया.