हजारीबाग। गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर 17 जनवरी को गुरुवाणी से हजार बागों का शहर हजारीबाग निहाल रहा। 48 घंटे से रखे श्री अखंड पथ साहिब की समाप्ति सुबह 8.30 बजे हुई। उसके उपरांत अमृतसर से आये हजूरी रागी भाई करमजीत सिंह जी ने कीर्तन से निहाल किया।
गुरूद्वारे के ग्रंथी भाई परमजीत सिंह जी ने सिरोपा देकर सांसद जयंत सिन्हा को सम्मानित किया। पांच प्रभात फेरी का स्वागत जिन परिवारों ने किया, उनको भी सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। नगर कीर्तन (शोभा यात्रा) पांच प्यारे बने मुख्य रूप से बड़ो (परमबीर सिंह कालरा, बलविंदर सिंह, तरणदीप सिंह, जसमीत सिंह एवं जसपाल सिंह) एवं पांच प्यारे बने बच्चो (खुशप्रीत कौर, इमप्रीत कौर, रश्मीत कौर, सचकीरत कौर एवं साखी कौर) को भी सिरोपा देकर सम्मानित किया गया।
गुरु महाराज का आशीर्वाद लेने मुख्य रूप से सांसद जयंत सिन्हा, भैया अभिमन्यु प्रसाद एवं सदर थाना प्रभारी ललित कुमार पहुंचे। दीवान की सम्पूर्ण समाप्ति दिन के 1.30 बजे हुई। 2.00 बजे से गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया। इसमें शहर के सभी गणमान्य लोगो ने लंगर किया।
इस अवसर पर गुरुद्वारा को बहुत ही खूबसूरत तरीके से फूलों और रौशनी से सजाया गया। मुख्य रूप से जो समाज के गणमान्य लोग उपस्थित हुए उनमें सरदार अवतार सिंह, दीपक पसरीचा, देवेंदर सिंह बग्गा, कवलजीत सिंह, अनूप सिंह गाँधी, राजेंदर पल सिंह सलूजा, राजीव बग्गा, सरबजीत सिंह,तनवीर सिंह, मंजीत सिंह कालरा,हरविंदर सिंह सेठी, राजेंदर सिंह होरा, डॉ आतम प्रकाश सिंह, कुलतार सिंह, राजविंदर सिंह कालरा, आनंद राज सिंह कालरा, सरबजीत सिंह अरोरा, कुलवंत सिंह भुसरी, गुरुशरण सिंह, मनिंदर सिंह मदन, जसपाल सिंह बत्रा, गुरप्रीत सिंह बासु आदि शामिल थे।
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