हजारीबाग। सांसद जयंत सिन्हा ने 19 जनवरी को हजारीबाग के लोगों को दो बड़ी सौगात दी। एक झारखंड के सबसे बड़े रसोईघर अक्षय पात्र और दूसरा विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में सेंटर फार ट्राइबल स्टडीज का भवन। अक्षय पात्र रसोईघर में हर दिन पहली से आठवीं कक्षा तक के एक लाख स्कूली बच्चों का मिड डे मील बनेगा, तो सेंट्रल फार ट्राइबल स्टडीज में जनजातीय से संबंधित हर तरह के शोध होंगे। यह सेंटर झारखंड का पहला ट्राइबल स्टडीज सेंटर होगा। दोनों भवनों का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने की। साथ में सांसद जयंत सिन्हा, सदर विधायक मनीष जायसवाल, कमिश्नर सह विभावि की वीसी सुमन कैथलीन किस्पोट्टा, डीआईजी अनिल भास्कर, डीसी नैंसी सहाय, एसपी अरविंद कुमार सिंह आदि मौजूद थे। मौके पर राज्यपाल ने कहा कि चुनौतियों को अवसर में बदलने की जरूरत है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने कोविड काल में यह कर दिखाया है।
अक्षय पात्र सिर्फ योजना नहीं, बल्कि मौन क्रांति : सीपी राधाकृष्णन
राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने आज मुकुंदगंज , हजारीबाग में 69वीं मध्याह्न भोजन रसोई (अक्षय पात्र किचन) का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अक्षय पात्र किचन की योजना, एक योजना ही नहीं, एक मौन क्रांति है, जो बच्चों को आगे लाने में और बच्चों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मनुष्य की पहली जरूरत भूख शांत करना है। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है सामने में जब कोई मनुष्य भूखा हो, तो उसे भोजन देना चाहिए न की भाषण। भूखे होने की स्थिति में बातों को ग्रहण करने की क्षमता भी कम हो जाती है। देशभर में संचालित अक्षय पात्र किचन से हर दिन लगभग 23 लाख बच्चों को भोजन मिलता है। यह मानवता की बहुत बड़ी सेवा है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि उन्होंने झारखंड के 24 जिलों के परिभ्रमण के दौरान पाया कि झारखंड में कुपोषण की समस्या है और इस समस्या से निजात पाने में अक्षय पात्र किचन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। झारखंड खनिज सम्पदा से परिपूर्ण है। इसका उपयोग लोगों के भलाई के लिए एवं उनके जीवन स्तर को उठाने के लिए किया जाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि अक्षय पात्र किचन की इस योजना से बच्चों का पोषण तो होगा ही, स्कूल में उनकी उपस्थिति भी बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इस किचन में स्थानीय कृषकों से उत्पादित ताजा सब्जियों का उपयोग किया जाएगा। इससे वे आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। शिक्षा के साथ बच्चों को पौष्टिक भोजन भी मिले, इसलिए ‘पीएम पोषण योजना’ भी शुरू की गई है। प्रधानमंत्री ने खाना पकाने के लागत में 9.6% की बढ़ोत्तरी को मंजूरी दी है। उनके द्वारा कोरोना महामारी के समय ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ शुरू की गई जिसके तहत अभी भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि सभी घरों में शुद्ध पेयजल जलापूर्ति के लिए ‘जल जीवन मिशन’ शुरू किया गया है। इस योजना का आच्छादन 8% से बढ़कर 29% हो गया है। अगले दो वर्षों में 90% आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है। लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए झारखंड में एम्स अस्पताल खोला गया है एवं अन्य अस्पतालों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। किसान अधिक से अधिक अन्न उत्पादन कर सकें, इसके लिए समुचित सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। राज्यपाल ने कहा कि सरकार की योजनाओं में लोगों की सहभागिता से योजनाएं पुष्पित एवं पल्लवित होती हैं।
89 किचन शेड और संग्रहालय का शिलान्यास
राज्यपाल ने हजारीबाग जिला के विभिन्न 89 विद्यालयों में डीएमएफटी मद से किचन शेड निर्माण का शिलान्यास किया। उन्होंने डीएमएफटी मद से जिला परिषद चौक, हजारीबाग में पुस्तकालय-सह-संग्रहालय निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया।
जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देगा स्टडीज सेंटर : कुलाधिपति
राज्यपाल सह कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन ने आज विनोबा भावे विश्वविद्यालय में ‘जनजातीय अध्यन केंद्र’ (Centre for Tribal Studies) के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की संस्कृति एतिहासिक एवं गौरवशाली है। इस गौरवशाली संस्कृति को बढ़ावा देने में यह सेंटर अहम भूमिका निभाएगा कुलाधिपति ने कहा कि झारखंड में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हो, चांद-भैरव, फूलो-झानो, जतरा उरांव समेत अनेक महापुरुषों ने देश एवं समाज के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। भगवान बिरसा मुंडा की जन्मतिथि 15 नवंबर, 2023 को प्रधानमंत्री उनकी जन्मस्थली उलिहातु जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए कई योजनाओं की शुरूआत भी की। उनके द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। कुलाधिपति ने कहा कि सामाजिक-आर्थिक प्रगति में ज्ञान की अहम भूमिका होती है। ऐसे में जरूरी है कि अधिक से अधिक युवा उच्च शिक्षा ग्रहण करें। उन्हें खुशी हो रही है कि जनजातीय समुदाय के युवा भी तेजी से जागरूक हो रहे हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि अपना लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य की ओर मेहनत एवं लगन से आगे बढ़े, सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसका अप्रतीम उदाहरण भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी हैं। उन्होंने विषम परिस्थितियों में पढ़ाई की और कॉलेज जाने वाली गांव की प्रथम महिला बनीं।
कुलाधिपति ने कहा कि जनजातियों की कला, संस्कृति, लोक-साहित्य, परम्परा एवं रीति-रिवाज समृद्ध रही है। जनजाति समाज में दहेज प्रथा नहीं है, जो काफी सुखद है। ये प्रकृति की पूजा करते हैं, जिसकी झलक इनके पर्व त्यौहार में दिखती है। सरहुल एवं कर्म पर्व प्रकृति एवं मानव के अटूट रिश्ते को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ‘Centre for Tribal Studies’ हमारे जनजातीय भाई-बहनों की विभिन्न कृतियों का उल्लेख करेगा, उनकी कलाकृतियों को संरक्षित करेगा, शोध का नया आयाम खोलेगा एवं मार्ग दर्शक के रूप में कार्य करेगा।
राज्यपाल ने ‘जनजातीय अध्ययन केंद्र’ के उद्घाटन के पूर्व शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग का भी भ्रमण किया।
पद्मश्री बुलू इमाम से करेंगे सहयोग का आग्रह : जयंत सिन्हा
सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि जनजातीय शोध को आगे बढ़ाने और विकसित करने में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् पद्मश्री बुलू इमाम से सहयोग मांगेंगे। उनके यहां बने संग्रहालय में जनजातीय से जुड़े अद्भुत, बेमिसाल और अतिप्राचीन कलाकृतियों का भंडार है। उनसे आग्रह होगा कि विभावि में खुले सेंटर फार ट्राइबल स्टडीज में इन संग्रहालय के पौराणिक अवशेष दान दें ताकि शोध के माध्यम से विलुप्त हो रहे जनजातीय जीवन, दर्शन, सभ्यता-संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान को सहेजा और समृद्ध किया जा सके।
मील का पत्थर साबित होगा जनजातीय अध्ययन केंद्र : मनीष
हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि विभावि में खुला जनजातीय अध्ययन केंद्र भावी पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। झारखंड विविधताओं से भरा प्रदेश है। जनजातीय पर शोध के लिए सेंटर शुरू होना बड़ी बात है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को दायित्व बोध कराया कि विद्यार्थियों को शिक्षा देना सिर्फ काम नहीं, बल्कि उनके जीवन दर्शन को आगे बढ़ाना, जिंदगी को नया आयाम देना, उन्हें सामाजिक दायित्व का बोध कराना, उनके करियर को दिशा देना भी विधि प्रशासन की जिम्मेवारी होनी चाहिए।
राज्यसभा सांसद परिमल नाथवाणी के प्रति जताया आभार
सांसद जयंत सिन्हा ने राज्यसभा सांसद परिमल नाथवाणी के सहयोग के प्रति आभार जताया। उन्होंने बताया कि सेंटर फार ट्राइबल स्टडीज में उन्होंने अपने सांसद मद से एक करोड़ रुपए का सहयोग किया।
वीसी ने किया स्वागत, राष्ट्रगान से समारोह का समापन
उत्तरी छोटानागपुर की कमिश्नर सह कुलपति सुमन कैथलीन किस्पोट्टा ने राज्यपाल व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने राज्यपाल सह कुलाधिपति को शाल व स्मृति चिह्न भेंट किया। समारोह का शुभारंभ और समापन राष्ट्रगान से हुआ। मंच संचालन विभावि के कुलानुशासक डा.मिथिलेश कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन वित्त परामर्शी सुनील कुमार सिंह ने किया।