झुंझुनू। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को पिलानी आए। यहां हेलीपैड पर बिट्स वाइस चांसलर प्रो. वी. रामगोपाल राव, डायरेक्टर प्रो. सुधीर कुमार बरई, जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव और एसपी श्याम सिंह आदि ने उनका स्वागत किया। हेलीपैड पर गार्ड ऑफ ऑनर के बाद उपराष्ट्रपति को बिट्स कैंपस ले जाया गया। जहां बिट्स ऑडिटोरियम में वे संस्थान के स्टाफ, फैकल्टी और स्टूडेंट्स से रूबरू हुए और उनसे बातचीत की।
छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि फेल्योर से मत डरो और प्रयास करने से पीछे मत हटो, क्योंकि आज तक किसी भी तरह की उपलब्धि, अनुसंधान या अविष्कार बिना फेल्योर के पूरा नहीं हुआ। बिट्स के स्टूडेंट्स से उन्होंने कहा कि इस इंस्टीट्यूट की स्थापना देश को बदलने के लिए हुई है। यहां अध्ययन कर रहे सभी स्टूडेंट्स को हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि वे आज उस संस्थान में पढ़ रहे हैं, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक या लाभ कमाना नहीं है। उपराष्ट्रपति ने अपनी जन्मभूमि को याद करते हुए कहा कि मेरा जन्म स्थान किठाना है। हालांकि मेरा असली जन्म सैनिक स्कूल में पढ़ने के दौरान हुआ।
केन्द्रीय मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल और तत्कालीन राज्यसभा सांसद केके बिरला को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बिट्स से उनका रिश्ता तीन दशक से अधिक पुराना है। अपने उद्बोधन में उपराष्ट्रपति ने मौजूदा दौर में देश की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि देश अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन चुका है। उन्होंने कहा कि उन अंग्रेजों को पछाड़ कर हम महाशक्ति बने हैं जिन्होंने हम पर सैंकड़ों साल तक राज किया। इस दशक के अन्त तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जायेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 में शामिल करना, भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर देश की तरक्की के लिए गेम चेंजर साबित होगा। वर्ल्ड बैंक के चेयरमैन ने जी 20 सम्मेलन में कहा कि बीते पांच साल में जो आर्थिक तरक्की की है वो 47 साल में भी सम्भव नहीं थी।
उन्होंने बताया कि देश का डिजिटल ट्रांजेक्शन यूएसए, यूके, जर्मनी आदि विकसित देशों से 4 गुना ज्यादा है। डाटा खपत चीन और यूएसए से ज्यादा है। स्टार्ट अप्स और यूनिकॉर्न आज चीन से ज्यादा है। सरकारी काम-काज में पावर कॉकस खत्म हो चुका है। अब दलाल, बिचौलिये, कमीशन और कट के बिना सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में सरकार की योजनाओं का पैसा ट्रांसफर हो रहा है। किसानों के खातों में सीधे पैसा जा रहा है और दुनिया इस परिवर्तन को देख कर चकित है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि हम इतिहास के उस काल खंड में हैं, जहां सब कुछ मुमकिन करने की सोच काम कर रहा है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करने के अलावा विपक्ष पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का हाजमा देश का विकास देख कर बिगड़ क्यों जाता है? अपनी बात कहने के लिए, जगह बनाने के लिए दुनिया का चक्कर लगाते हैं। अब कहीं न कहीं कोई तो सुनने वाला मिलेगा ही लेकिन इसका जवाब देश की जनता को देना है। पावर ब्रोकर्स को खत्म करना देश की सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है।
बिट्स प्रबंधन और स्टूडेंट्स को सरप्राइज देते हुए उपराष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन के दौरान मंच से तीन घोषणाएं कीं। पहली इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर, जिसके उपराष्ट्रपति खुद अध्यक्ष हैं, और बिट्स के बीच एक एमओयू साइन होगा, जिसका मसौदा बाद में तय किया जाएगा, दूसरी बिट्स के 50 से 100 स्टूडेंट्स उपराष्ट्रपति के गेस्ट के रूप में भारत मंडपम, यशोभूमि, नया संसद भवन, प्रधानमंत्री म्यूजियम और वॉर मेमोरियल जायेंगे और तीसरी विंटर सेशन में बिट्स के पांच स्टूडेंट्स राज्यसभा की कार्यवाही में उपराष्ट्रपति को असिस्ट करेंगे।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने चंद्रयान 3, जी 20, नारी शक्ति वंदन आरक्षण बिल का उल्लेख करते हुए सरकार की उपलब्धियां बताईं। महिलाओं आरक्षण पर बोलते हुए मेघवाल ने राज्यसभा के सभापति के रूप में उप राष्ट्रपति की भूमिका को सराहनीय बताया। कार्यक्रम में झुंझुनू सांसद नरेन्द्र खीचड़, सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, विद्या विहार पालिकाध्यक्ष कमलेश रणवा सहित बड़ी संख्या में बिट्स स्टाफ, स्टूडेंट्स, प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
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