अंबिकापुर। शादी समारोह से उठाइगिरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के चार शातिर अपराधियों को अमेठी उत्तरप्रदेश से अंबिकापुर की पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें एक विधि से संघर्षरत बालक भी शामिल है। आरोपी भीड़भाड़ का फायदा उठाकर विधि से संघर्षरत बालक को मौके पर भेजकर उठाइगिरी की घटना को अंजाम देते आ रहे थे। आरोपियों के विरुद्ध नागपुर, महाराष्ट्र एवं जबलपुर मध्यप्रदेश में भी उठाइगिरी के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों से नगद 29 हजार रुपये, घटना में प्रयुक्त मारुती स्विफ्ट कार एवं पांच नग मोबाइल जप्त किया है।
जानकारी के मुताबिक केदारपुर निवासी कांग्रेस नेता व व्यवसायी राजू अग्रवाल ने मणिपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि घटना 05 मई 2023 को उनके लड़के का विवाह आयोजन पर्पल आर्किड में था, जिसमें मेहमानों से गिफ्ट में मिले लिफाफा था, इसे काले रंग के बैग में रखकर हाल के कुर्सी में रख दिया गया था। इसी बीच अज्ञात व्यक्ति ने काले बैंग को चोरी कर लिया। आस-पास पतासाजी के बाद भी कुछ पता नहीं चला। होटल के सीसीटीवी फुटेज को देखने पर दो संदिग्ध लड़के दिखे, जो बैग को चोरी करके भाग रहे थे। बैग में करीब 90 हजार रुपये नगद होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसकी लिखित शिकायत पर मणिपुर पुलिस ने अपराध क्रमांक 52/23 धारा 457, 380 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज राम गोपाल गर्ग व पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने वैवाहिक आयोजन के बीच हुई इस घटना को गंभीरता से लिया और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के दिशा-निर्देश देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, अनुविभागिय अधिकारी पुलिस अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम गठित करने कहा था।
विवेचना के क्रम में घटनास्थल एवं आसपास के सीसीटीवी फूटेज का अवलोकन करने पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन मारुती स्विफ्ट कार की पहचान की। आरोपियों के संबंध में साइबर सेल से आवश्यक तकनीकी जानकारी प्राप्त कर विशेष पुलिस टीम अमेठी उत्तरप्रदेश के लिए रवाना हुई। पुलिस टीम ने आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ा और पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपी बड़े-बड़े शादी विवाह के कार्यक्रम में उठाईगिरी करने मारुती स्विफ्ट कार से जाते हैं। घटना को अंजाम देने के बाद तत्काल उस इलाके से दूर चले जाते हैं।
आरोपियों के द्वारा अपराध स्वीकार किरने पर पुलिस ने इन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। विधि से संघर्षरत बालक को बाल संप्रेक्षण गृह अभिरक्षा में भेजा गया।आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी मणिपुर उप निरीक्षक प्रमोद पांडेय, सहायक उप निरीक्षक विवेक पांडेय, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, अमित प्रताप सिंह, सतीश सिंह, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, बृजेश राय, संजीव चौबे, उमेश गुप्ता, इम्तियाज अली, अशोक यादव, विकास मिश्रा सक्रिय रहे।
ऐसे की भीड़भाड़ के बीच बैग चोरी
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पर्पल आर्किड में घटना दिनांक को बादल सिसोदिया निवासी राजगढ़ मध्यप्रदेश एवं विधि से संघर्षरत बालक शादी कार्यक्रम मे शामिल हुए। अन्य दो आरोपी राजेश सिसोदिया एवं पंकज सिसोदिया दोनों निवासी राजगढ़ मध्यप्रदेश बाहर कार के पास उनके आने का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान विधि से संघर्षरत बालक, बच्चों एवं महिलाओं के बीच घुल-मिलकर रुपयों से भरा बैग मौका देखकर उठाकर ले आया और सभी मारुती स्विफ्ट वाहन से बिलासपुर की ओर फरार हो गए। बीच रास्ते में बैग खोलकर देखने पर नगद 46 हजार रुपये मिला, जिसे सभी आपस में बांट लिए और काले बैग को बीच रास्ते में फेक दिए। इन्होंने जहां बैग फेंक दिया था, उस जगह की जानकारी से अनभिज्ञ थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इस प्रकार की वारदात को उन्होंने नागपुर महाराष्ट्र एवं जबलपुर मध्यप्रदेश में भी कारित किया है।